अलर्ट! लॉकडाउन में अगर आप भी कर रहे हैं ZOOM से वीडियो कॉल तो ये खबर आपके लिए है

देशभर में चल रहे लॉकडाउन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम (ZOOM) के इस्तेमाल को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट किया है. राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ने इस ऐप के इस्तेमाल को लेकर साइबर रिस्क की बात कही है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 10, 2020, 05:55 PM IST
    • जूम ऐप (Zoom app) के सीईओ ने ऐप में मौजूद सुरक्षा खामियों को लेकर माफी मांगी है. सीईओ इरिक युआन ने कहा कि हम इस ऐप की खामियो को जल्द दूर कर लेंगे.
    • जर्मनी समेत कई देशों ने भी इस ऐप के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. जानकारी के अनुसार जूम पर लोगों की निजी जानकारियां लीक करने और उनकी जासूसी करने के आरोप लगे हैं.
अलर्ट! लॉकडाउन में अगर आप भी कर रहे हैं ZOOM से वीडियो कॉल तो ये खबर आपके लिए है

नई दिल्लीः लॉकडाउन की स्थिति से जो जहां है वहीं फंसा रह गया है. इस वजह से लोगों को एक-दूसरे जोड़े रखे है तो वह है मोबाइल फोन, एक कदम आगे बढ़ें तों सोशल मीडिया और इससे भी आगे बढ़ें तो वीडियो कॉलिंग ऐप्स के जरिए लोग अपनों के करीब बने हुए हैं. सबसे अधिक जरूरत वर्क फ्रॉम होम में वीडियो कॉलिंग की पड़ रही है, ताकि घर बैठे भी ऑफिस मीटिंग अटैंड की जा सके.

ग्रुप कॉलिंग के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल हो रहे ZOOM ऐप को लेकर एजेंसियां एडवाइजरी जारी कर रही हैं. दरअसल इसके जरिए निजी जानकारियां लीक होने का खतरा है. 

सुरक्षा एजेंसियों ने किया अलर्ट
देशभर में चल रहे लॉकडाउन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम (ZOOM) के इस्तेमाल को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट किया है. राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ने इस ऐप के इस्तेमाल को लेकर साइबर रिस्क की बात कही है. दरअसल, लॉकडाउन में अधिकांश लोग घर से काम करने में इस जूम ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. एजेंसियों ने ऑपरेटर, यूजर्स दोनों के लिए खासतौर पर एडवाइजरी जारी की है.

निजी जानकारियां लीक करने और जासूसी करने के आरोप
जर्मनी समेत कई देशों ने भी इस ऐप के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. जानकारी के अनुसार जूम पर लोगों की निजी जानकारियां लीक करने और उनकी जासूसी करने के आरोप लगे हैं. जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों और अधिकारियों की दी सलाह में कहा है कि जूम ऐप में रिकॉर्डिंग और बातचीत इनक्रिप्टेड नहीं होती हैं, जिस कारण इसके लीक होने का खतरा रहता है.

वहीं दुनिया की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने भी अपने कर्मचारियों को जूम ऐप का इस्तेमाल करने से रोक दिया है.

इन देशों और कंपनियों ने लगाया बैन
भारत में कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम और राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ने भी इस ऐप के इस्तेमाल को लेकर चेताते हुए कहा है कि इससे अटैकर्स सरकारी और प्राइवेट ऑफिस के डेटा चोरी कर इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.

जूम पर जर्मनी, ताइवान, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर ने बैन लगा दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वहीं कंपनियों में गूगल (google), स्पेसएक्स, टेस्ला, नासा और न्यूयॉर्क के एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने भी इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है.

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जूम ने रखा अपना पक्ष
जूम ऐप (Zoom app) के सीईओ ने ऐप में मौजूद सुरक्षा खामियों को लेकर माफी मांगी है. सीईओ इरिक युआन ने कहा कि हम इस ऐप की खामियो को जल्द दूर कर लेंगे. कंपनी ने एक ई-मेल के जरिये दी अपने पक्ष और सफाई में कहा कि जूम अपने यूजर की सेफ्टी को लेकर काफी गंभीर है.

जूम पूरी दुनिया की सरकारों के साथ बातचीत कर रहा है और जानकारी भी दे रही है, ताकि अपने नियमों के मुताबिक वह सही फैसला ले सकें. 

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