तख्तापलट के बावजूद खत्म नहीं हो रही बांग्लादेश की आफत, सीमा तोड़ देश में घुस आए 8 हजार रोहिंग्या

Bangladesh: बांग्लादेश के कॉक्स बाजार जिले में करीबन 10 लाख से अधिक रोहिंग्या रह रहे हैं. इनमें से अधिकतर म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद से यहां भागकर आए हैं. पिछले 7 साल से अबतक 1 भी रोहिंग्या वापस अपने देश नहीं लौटा है. 

Written by - Shruti Kaul | Last Updated : Sep 4, 2024, 07:15 AM IST
  • बांग्लादेश में घुसे रोहिंग्या
  • सीमा तोड़ कर रहे प्रवेश
तख्तापलट के बावजूद खत्म नहीं हो रही बांग्लादेश की आफत, सीमा तोड़ देश में घुस आए 8 हजार रोहिंग्या

नई दिल्ली: Bangladesh: बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट के बाद लगा था कि देशभर में शांति आएगी, हालांकि भारत के इस पड़ोसी मुल्क के हालत लगातार खराब ही होते जा रहे हैं. अब एक और नई आफत ने वहां की मोहम्मद युनूस सरकार की रातों की नींद खराब कर दी है. बता दें कि बांग्लादेश में हाल ही में हजारों रोहिंग्या सीमा तोड़कर घुस आए हैं. 

सीमा तोड़कर बांग्लादेश घुसे लोग 
'ढाका ट्रिब्यून' की एक रिपोर्ट के मुताबिक बांग्‍लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्‍मद तौहीद हुसैन ने बीते मंगलवार 3 सितंबर  2024 को बताया क‍ि 8 हजार से अधिक रोहिंग्या सीमा तोड़कर बांग्लादेश घुस आए हैं. प्रतिदिन उनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. उनके पास रहने के लिए भी कोई ठिकाना नहीं है. हम उन्हें बिल्कुल भी रोक नहीं पा रहे हैं. 

देश से बाहर निकाले जाएंगे रोहिंग्या
विदेश मंत्री तौहीद हुसैन ने कहा,' ये लोग म्यांमार के रखाइन राज्य में सशस्त्र संघर्ष से बचकर बांग्लादेश में घुस रहे हैं. मेरे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक 8 हजार रोहिंग्या बांग्लादेश घुस आए हैं. अगले 2-3 दिन में इस बारे में हम कैबिनेट में गंभीर चर्चा करने जा रहे हैं. हमने तय कर लिया है कि इन्हें बिल्कुल भी शरण नहीं दी जाएगी, लेकिन इन्हें यहां कब तक रहने दिया जाए या फिर इन्हें देश से कैसे बाहर निकाला जाए इस पर चर्चा की जाएगी.' 

बांग्लादेश में रह रहे लाखों रोहिंग्या 
तौहीद हुसैन का कहना है कि म्यांमार में सताए हुए इन लोगों के प्रति हम सहानुभूति जताते हैं, लेकिन खुद हमारे पास इतनी क्षमता नहीं है कि इन्हें यहां शरण दे पाएं. म्यांमार के साथ सटे बॉर्डर को सील तो कर दिया गया है, लेकिन फिर भी बॉर्डर को पूर तरह से सुरक्षित करने में काफी दिक्कत आ रही है. हम अगले 2 दिन में तय करेंगे कि इससे कैसे निपटा जाएगा. बता दें कि बांग्लादेश के कॉक्स बाजार जिले में करीबन 10 लाख से अधिक रोहिंग्या रह रहे हैं. इनमें से अधिकतर म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद से यहां भागकर आए हैं. पिछले 7 साल से अबतक 1 भी रोहिंग्या वापस अपने देश नहीं लौटा है. 

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