नई दिल्ली: बांग्लादेश भी कोरोना ग्रस्त है और वहां भी सरकार ने देशवासियों को कोरोना से बचाने के लिए लॉकडाउन लगाया हुआ है. ऐसे में यहां एक धार्मिक नेता की मौत पर उसके जनाजे में उमड़ी हजारों की भीड़ ने दुनिया भर के कोरोना से भयभीत लोगों को हैरत में डाल दिया. इस तरह की सोशल डिस्टेंसिंग की घटना देश में कोरोना नियंत्रण के सरकारी कदमों की पूर्ण असफलता दर्शाती है.
ब्राह्मणबरिया की है घटना
बांग्लादेश की सरकार भी दुनिया की दूसरी सरकारों की तरह कोरोना से जूझ रही है. ऐसे में कोरोना लॉकडाउन के दुअरान एक धार्मिक नेता की मौत होने पर उसके जनाजे में हजारों की संख्या में लोग घरों से निकल पड़े. जहां देश की सरकार ने लॉकडाउन के दौरान हर तरह की जलसों आयोजनों और सभाओं पर प्रतिबंध लगा रखा वहीं अब सरकार के निर्देशों के बावजूद बांग्लादेश के ब्राह्मणबारिया में जनाजे में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी.
तस्लीमा नसरीन भड़की सरकार पर
बांग्लादेश मूल की रहने वाली इस्लामी कट्टरपंथ की विरोधी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने बांग्लादेश सरकार पर सवाल खड़े कर दिए. लॉकडाउन में जनाजे की भीड़ को लेकर तस्लीमा नसरीन ने सरकार को बेवकूफ तक कहा दिया. तस्लीमा नसरीन ने ट्वीट के जरिए बांग्लादेश की सरकार पर करारा हमला बोला.
तस्लीमा का ट्वीट
बांग्लादेश में इस लॉकडाउन के जनाजे पर भीड़ को लेकर तस्लीमा नसरीन ने अपने ट्वीट में लिखा - लॉकडाउन में सामूहिक सभाओं पर बैन के बावजूद बांग्लादेश के ब्राह्मणबारिया में एक धार्मिक नेता मौलाना जुबैर अहमद अंसारी के जनाजे में पचास हज़ार लोग इकट्ठे हुए. बांग्लादेश की बेवकूफ सरकार ने इन बेवकूफ लोगों को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया.
इसे भी पढ़ें: आ रहा है कोरोना की बिलकुल सही पहचान करने वाला टेस्ट
इसे भी पढ़ें: मॉरीशस, भूटान और सेशेल्स को भी भारत की मदद का आश्वासन