'भारत के 3 पड़ोसी देशों में सैन्य अड्डे बनाने की कोशिश में है चीन', अमेरिका का खुलासा

चीन के सैन्य विस्तारवाद पर सबसे बड़ी खबर आई है, भारत के 3 पड़ोसी देशों में चीन सैन्य अड्डे बनाने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार में चीन सैन्य ठिकाने बनाना चाहता है. चीन 12 देशों में सैन्य ठिकाने बनाना चाहता है. उसका निशाना भारत के साथ साथ अमेरिका है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 2, 2020, 06:22 PM IST
    • भारत-चीन तनाव के बीच अमेरिका का बड़ा बयान
    • पेंटागन की रिपोर्ट में चीन की साजिश का खुलासा
    • '3 पड़ोसी देशों में सैन्य अड्डे बनाने की कोशिश में चीन'
'भारत के 3 पड़ोसी देशों में सैन्य अड्डे बनाने की कोशिश में है चीन', अमेरिका का खुलासा

नई दिल्ली: चीन के पास सबसे ज्यादा सैनिक हैं, लेकिन बावजूद इसके चीन सैन्य ताकत में अमेरिका के आगे कहीं नहीं ठहरता. ऐसे में चीन की महाशक्ति वाली महत्वाकांक्षा दुनिया की सबसे बड़ी ताकत अमेरिका को घुटनों पर लाकर ही पूरी हो सकती है. जिसके लिए चीन ने पहले अमेरिका को कोरोना का दंश दिया, जिससे अमेरिका आर्थिक तौर पर कमजोर पड़ जाए और अब अमेरिका की कमज़ोरी का फायदा उठाकर वो परमाणु हथियारों पर काम कर रहा है.

पेंटागन की रिपोर्ट में बहुत बड़ा खुलासा

परमाणु बम तो अमेरिका के पास भी है और वो भी चीन से ज्यादा, लेकिन जब तक अमेरिका संभलेगा तब तक चीन अपनी परमाणु क्षमता दोगुनी कर लेगा. पेंटागन की जिस रिपोर्ट ने चीन की परमाणु साजिश का खुलासा किया है, उसी रिपोर्ट में अमेरिका और भारत के लिए एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है.

रिपोर्ट में लिखा है कि "भारत के 3 पड़ोसी देशों में चीन सैन्य अड्डे बनाने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार में चीन अपने सैन्य ठिकाने बनाना चाहता है. इसके अलावा अमेरिका को घेरने के लिए चीन कुल 12 देशों में सैन्य ठिकाने बनाना चाहता है. जिसमें यूएई, केन्या, सेशेल्स का नाम शामिल है."

परमाणु साजिश के जरिए चीन की साजिश

अमेरिका ने चीन से कई बार कहा कि वो परमाणु हथियारों को सीमित करने के लिए तीन-तरफा समझौते पर बातचीत करे और अमेरिका और रूस के साथ शामिल हो, लेकिन चीन ने इससे भी इंकार कर दिया है. लेकिन कमजोर वक्त में भी अमेरिका और भारत मिलकर चीन को कमजोर करने में सक्षम हैं. दक्षिण चीन सागर में पिछले कई दिनों से अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस रोनाल्ड रीगन और निमित्ज़ युद्धाभ्यास कर रहे हैं.

- डियागो गार्सिया में अमेरिका ने दुनिया का सबसे घातक माना जाने वाला B-2 स्टील्थ बमवर्षक तैनात कर दिया है.

- प्रशांत महासागर में भी गुआम नेवल बेस पर तैनात B-1B बॉम्बर दक्षिण चीन सागर के ऊपर से उड़ान भरकर चीन को चेतावनी दे रहा है कि अमेरिका के ये दोनों बमवर्षक विमान परमाणु हमला कर सकते हैं.

दक्षिण चीन सागर से लेकर प्रशांत महासागर तक अमेरिका मुस्तैद है और हिंद महासागर में भारत भी चीन के सामने डटकर खड़ा है. मतलब साफ है कि चीन चारों ओर से घिर चुका है और अब चीन का कोई भी दुस्साहस एक बड़े युद्ध की शुरूआत होगा. ऐसा युद्ध जो शुरू चीन करेगा, लेकिन खत्म भारत और अमेरिका करेगा. चीन को साफ संदेश मिल चुका है कि अगर उसने परमाणु हथियारों का डर दिखाने की कोशिश की, तो उसे रौंद दिया जाएगा.

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