नई दिल्ली. वाशिंगटन में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पेशकश पर उनका भी कोरोना वायरस का टेस्ट किया गया है. अब व्हाइट हाउस को इसकी रिपोर्ट का इंतजार है. दो दिन पहले ही राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिका में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की थी. दुनिया को चीन द्वारा दिए गए इस तोहफे ने अब महाशक्ति अमेरिका को भी संक्रमण की परिधि में ले लिया है.
अमेरिका को भी सताया कोरोना का डर
ये तो पहले ही तय था कि यदि कोरोना संक्रमण महामारी का रूप लेता है तो बड़े देश इसकी जद में पहले आएंगे. अमरीका भी इस सच्चाई से बेखबर नहीं था. अब जब अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रम्प की कोरोना को लेकर निष्क्रियता की विपक्ष द्वारा आलोचना हुई तो आननफानन में अमरीकी सरकार ऐक्टिव मोड़ में आ गई लगती है. सबसे पहले कोरोना के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से ट्रम्प ने राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की और अब उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट कराया है.
हुए तमाम बड़े शहर वीरान
दुनिया के सौ से ज्यादा देशों में फ़ैल चुकी इस महामारी ने तमाम उन शहरों को वीरान सा कर दिया है जो कि सिटी नेवर स्लीप्स नाम से जाने जाते हैं. यही शहर देश की आर्थिक स्थिति में बड़ा योगदान भी देते थे जो कि अब निष्क्रिय हो सोये हुए शहरों में तब्दील हो चुके हैं. चीन का तो लगभग हर बड़ा शहर सुनसान हो चुका है.
लोग कर रहे हैं ईश्वर से प्रार्थना
दुनिया के तमाम बड़े शहरों को कोरोना वायरस ने लॉक डाउन सिटीज़ में तब्दील कर दिया है. इन शहरों के सभी दफ्तर, बाज़ार, शिक्षण संस्थान तथा सार्वजनिक स्थल बंद कर दिए गए हैं. कई शहरों में सड़कें सुनसान पड़ी हैं. रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर वीरानी छाई हुई है. हालत ये है कि लोग अपने अपने घरों में कैद हैं और ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि ये बुरा वक्त जल्दी बीत जाए. अमरीका का महानगर न्यूयॉर्क सुनसान है और इटली के छह करोड़ लोग अपने घरों में कैद रहने को मजबूर हैं.
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