नई दिल्ली. अब ड्रैगन ललकार भी नहीं सकता और फुफकार भी नहीं सकता. सीमा पर उसने अब एक भी हिमाकत की तो वह उसे बहुत भारी पड़ने वाली है. सेना को जहां प्रधानमन्त्री ने अपनी कार्रवाई के लिये पूरी आजादी दी है वहीं सेना भी किसी दया-धरम या नीति-नरम के चक्कर में नहीं पड़ने वाली है कंकड़ का जवाब भी गोले से देने के लिये पूरी तरह मुस्तैद है.
चल रहा है मिड-नाइट ऑपरेशन
लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय वायुसेना आधी रात को या किसी भी वक्त किसी भी मौसम में अचानक किसी भी सैन्य अभियान को अंजाम देने के लिये भारत की वायुसेना बिलकुल तैयार है.इसी सिलसिले में सीमा पर वायुसेना ने अपने मिड-नाइट मिशन ऑपरेशन की एक्सरसाइज़ भी की है जिसमें फ्रंट-लाइन फाइटर जेट्स, अटैक हेलीकॉप्टर और मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टरों ने भाग लिया.
फारवर्ड बेस पर हुआ ऑपरेशन
फाइटर जेट्स, अटैक चॉपर्स और मिशन हेलीकाप्टर्स के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास फारवर्ड बेस पर भारत की वायुसेना ने अपने मिड नाइट ऑपरेशन्स की एक्सरसाइज़ को अन्जाम दिया है. जबकि वहीं दूसरी तरफ एलएसी पर लंबे समय से जारी भारत-चीन सैन्य तनाव में कमी आई है और अब चीनी सेना ने अपनी जगह से पीछे हटने की शुरुआत कर दी है.
पड़ौसियों के लिये है संदेश
पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल फली एच. मेजर ने इस मिशन को लेकर बताया कि 'भारतीय वायुसेना ने इस मिड-नाइट ऑपरेशन के माध्यम से पड़ौसियों के संदेश दिया है कि हम किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिये तैयार हैं चाहे वो कोई भी मौसम हो या कोई भी वक्त.