नई दिल्ली. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सही फैसला लिया. उन्होंने अमरीका की उस नेता से मिलने से इंकार किया जो कि भारत के कश्मीर फैसले पर एकमत नहीं है.
भारतीय मूल की नेता हैं पी जयपाल
पी जयपाल याने प्रमिला जयपाल. ये अमेरिका की एक लोकप्रिय महिला नेता हैं जो यूएस कांग्रेस की प्रतिनिधि हैं. प्रमिला जयपाल ने भारतीय विदेश मंत्री से मिलने की इच्छा जाहिर की थी, मगर उनकी मुलाक़ात हो न सकी.
कश्मीर मामले पर सवाल खड़े किये थे प्रमिला ने
प्रमिला जयपाल भारत सरकार के कई फैसलों से संतुष्ट नहीं हैं. खासकर कश्मीर को लेकर वे भारत विरोधी बयान दे चुकी हैं और उन्होंने कश्मीर मामले को अमरीकी कांग्रेस में भी उठाया था. एस जयशंकर से उनकी मुलाकात विवाद में बदल सकती थी इसलिए भारतीय पक्ष ने मुलाकात का प्रस्ताव नकार दिया.
एस जयशंकर का दो टूक जवाब
वैसे तो भारतीय विदेश मंत्रालय अपनी डिप्लोमैसी की औपचारिकताओं का पूरा ख़याल रखता है किन्तु कभी-कभी कोई विशेष सन्देश देने के लिए कोई विशेष कदम उठाना आवश्यक हो जाता है. प्रमिला जयपाल से मुलाक़ात के प्रस्ताव पर भी यही हुआ. इस प्रस्ताव पर भारत के राष्ट्रवादी विदेशमंत्री ने दो टूक जवाब दिया.
जयशंकर का समझदार डिप्लोमैसी के साथ कड़क रुख
बजाये ये कहने के कि कि मुझे भारत के कश्मीर मामले में सवाल खड़े करने वाली नेता से मिलने में कोई दिलचस्पी नहीं है, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रमिला जयपाल की तरफ संकेत करते हुए कहा कि उनको भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसियों से मिलने में कोई दिलचस्पी नहीं है.