कट्टरपंथ को ठेंगा दिखाती ईरानी महिलाएं, कैमरे के सामने उतारा हिजाब, काट दिए बाल

ईरान की सड़कों पर सैकड़ों औरतें  बिना हिजाब एक साथ उतरीं हैं. उनके हाथों में हिजाब थे और सिर खुले हुए. दरअसल यह सभी औरतें 22 साल की एक लड़की मासा अमीनी की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के विरोध में वहां के सबसे जरूरी ‘हिजाब लॉ’ को ठेंगा दिखाने उतरीं थीं. शाम होते-होते सड़कों पर औरतों की भारी तादाद जब सड़कों पर उतरी तो पुलिस ने पहले टियर गैस छोड़ी फिर फायर भी किए. इसमें कई लोग जख्मी हुए.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 19, 2022, 09:21 PM IST
  • सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक फूटा औरतों का गुस्सा
  • 2017 के आखिर से ही हिजाब के खिलाफ चल रहा आंदोलन
कट्टरपंथ को ठेंगा दिखाती ईरानी महिलाएं, कैमरे के सामने उतारा हिजाब, काट दिए बाल

नई दिल्लीः ईरान की सड़कों पर सैकड़ों औरतें  बिना हिजाब एक साथ उतरीं हैं. उनके हाथों में हिजाब थे और सिर खुले हुए. दरअसल यह सभी औरतें 22 साल की एक लड़की मासा अमीनी की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के विरोध में वहां के सबसे जरूरी ‘हिजाब लॉ’ को ठेंगा दिखाने उतरीं थीं. शाम होते-होते सड़कों पर औरतों की भारी तादाद जब सड़कों पर उतरी तो पुलिस ने पहले टियर गैस छोड़ी फिर फायर भी किए. इसमें कई लोग जख्मी हुए.

सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक फूटा औरतों का गुस्सा 
ईरान की सड़कों पर कुछ लड़कियां और औरतें हिजाब हवा में उछालती नजर आईं तो कुछ बिना हिजाब ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती नजर आईं. मसीहा अलीनेजाद नाम की एक महिला जर्नलिस्ट ने सड़कों पर उतरी बेहिजाब औरतों के विरोध का वीडियो शेयर किया. 

 

अलीनेजाद ने सोशल मीडिया पर हो रहे विरोध के वीडियो भी शेयर किए. ट्विटर पर औरतें अपने बाल काटते हुए वीडियो शेयर कर रही हैं. अली नेजाद ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही औरतों पर पुलिस की फायरिंग का भी वीडियो शेयर किया. 

2017 के आखिर से ही हिजाब के खिलाफ चल रहा आंदोलन
ईरान में 2017 के दिसंबर से ही हिजाब के खिलाफ से आंदोलन चल रहा है. 2017 के दिसंबर से लेकर 2018 मार्च तक करीब 30 औरतों को हिजाब न पहनने पर गिरफ्तार किया जा चुका था. दरअसल इनमें से कई औरतों ने हिजाब के विरोध का एक अलग तरीका अपनाया था. हिजाब को सिर की जगह एक छड़ी में डालकर यह औरतें सड़कों पर विरोध कर रही थीं. पिछले 4 सालों से औरतें हिजाब को ढीला कर या फिर कार के भीतर उसे उतारकर भी बैठ रही हैं. इसे लेकर लगातार वहां की सरकार चेतावनी दे रही है.

क्या है मामला?
बीते मंगलवार को मासा अमीनी को मोरेलिटी पुलिस ने ठीक तरह से हिजाब न पहनने के जुर्म में गिरफ्तार किया. दरअसल वहां पर औरतों को हिजाब पर नजर रखने के लिए बकायदा पुलिस काम करती है. मसीहा अलीनेजाद ने एक वीडियो भी शेयर किया. इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे वहां की पुलिस अमीनी को खींचते और फटकारते हुए पुलिस वैन में ले जा रही थी. बाद में कस्टडी में अमीनी की मौत हो गई. 

क्या है हिजाब कानून?
ईरान में इस्लामिक लॉ चलता है. इसके मुताबिक औरतों के बाल और सिर पूरी तरह ढंके होने चाहिए. यहां हिजाब न पहने या फिर ठीक से न पहनने पर दो साल तक की सजा और जुर्माना है.

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