मुबंई: कभी अंग्रेजों ने भारत पर एकछत्र राज किया था, अब समय बदल गया है. भारत के लोग जहां भी गए अपना परचम लहराया. यूरोप में एक ऐसे ही भारतीय ने यूरोपीय देश की सर्वोच्च पद पर अपना झंड बुलंद किया. अब वह भारतीय अपने वतन लौटा है ताकि अपने घरवालों से मिल सके और बड़ों का आशीर्वाद ले सके. आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर रविवार को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में स्थित अपने पैतृक गांव वराड पहुंचे थे. लियो वराडकर के पिता अशोक वराडकर इसी गाव के थे.
60 के दशक में जा बसे थे आयरलैंड
आयरलैंड के पीएम लियो के पिता अशोक वराडकर 1960 के दशक में ब्रिटेन चले गए थे. लियो अपने पिता अशोक के सबसे छोटे बेटे हैं. अशोक 1960 के दशक में इंग्लैंड के नेशनल हेल्थ सर्विस में काम करते थे. वहीं पर उनकी मुलाकात एक नर्स से हुई और दोनों ने बाद में शादी कर ली थी. कुछ साल वहा रहकरा अशोक वराडकर आयरलैंड में ही बस गए. वहां उन्होंने एक आयरिश लड़की से शादी कर ली थी. लियो वराडकर उन्हीं की संतान हैं.
कहा यह निजी दौरा, आधिकारिक दौरे में भी पैतृक गांव आऊंगा
गांव वालों ने वराडकर का जमकर स्वागत किया. इस मौके पर लियो ने कहा कि यह उनके जीवन का बेहद खास पल है. वे अपनी बहनों और पार्टनर के साथ गांव के कुलदेवता के मंदिर भी गए. लियो 2017 में आयरलैंड के प्रधानमंत्री बने थे. आयरिश प्रधानमंत्री लियो वराडकर का यह निजी दौरा था. लियो वराडकर ने अपने पैतृक घर में मालवणी फिश करी और चिकन करी का स्वाद लिया. आयरिश प्रधानमंत्री ने कहा कि यह निजी दौरा था, अगली बार वे आधिकारिक दौरे पर भी अपने पैतृक गांव आएंगे.