नासा ने खोजा अब तक का सबसे पुराना तारा एरेन्डेल, जानें कब हुआ था सूर्य के इस पूर्वज का जन्म

खगोलविदों ने यह खोज नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप की मदद से की है. इस तारे का नाम एरेन्डेल रखा गया है, जिसका अर्थ अंग्रेजी में सुबह का तारा होता है. इस तारे के प्रकाश को हबल अंतरिक्ष दूरबीन तक पहुंचने में 12.9 बिलियन वर्ष लगे हैं. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 31, 2022, 08:55 AM IST
  • इस तारे से प्रकाश तब उत्पन्न हुआ जब ब्रह्मांड सिर्फ 900 मिलियन वर्ष पुराना था
  • खोज से ब्रह्मांड के जन्म (बिग बैंग) और विकास को समझने में मदद मिल सकती है
नासा ने खोजा अब तक का सबसे पुराना तारा एरेन्डेल, जानें कब हुआ था सूर्य के इस पूर्वज का जन्म

लंदन: नासा के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने दुनिया में सनसनी फैला देने वाली खोज की है. खगोलविदों ने 12.9 अरब साल पुराने एक विशाल तारे की खोज की है. यह अब तक मिला सबसे पुराना तारा है. इससे पहले इतना पुराना तारा कभी नहीं देखा गया था. खगोलविदों ने यह खोज नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप की मदद से की है. इस तारे का नाम एरेन्डेल रखा गया है, जिसका अर्थ अंग्रेजी में सुबह का तारा होता है. इस तारे के प्रकाश को हबल अंतरिक्ष दूरबीन तक पहुंचने में 12.9 बिलियन वर्ष लगे हैं. 

ब्रह्मांड बस जन्मा ही था
इस तारे एरेन्डेल से प्रकाश तब उत्पन्न हुआ जब ब्रह्मांड सिर्फ 900 मिलियन वर्ष पुराना था. यानी ब्रह्मांड का निर्माण हुए ज्यादा समय नहीं बीता था. एरेन्डेल तारे की खोज से ब्रह्मांड के जन्म (बिग बैंग) और विकास को समझने में मदद मिल सकती है. 

सबसे चमकीले तारों में से एक है एरेन्डेल
एरेन्डेल तारा सूर्य से लगभग 50 गुना बड़ा है और हमारे तारे से लाखों गुना अधिक चमकीला है. और अब तक खोजे गए सबसे चमकीले सितारों में से एक है. टीम इस तारे के बारे में अधिक विवरण जानने के लिए जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का उपयोग करेगी, जिसे हाल में अंतरिक्ष में भेजा गया है. जर्मनी में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट की एक टीम ने यह खोज की है. यह शोध नेचर में प्रकाशित हुआ है. 

ये तारे पूर्वज है हमारे
इस तारे और पृथ्वी के बीच में कई आकाशगंगाओं का समूह है. इस कारण से एरेन्डेल तारे से बहुत ही कम रोशनी धरती तक पहुंच पाती है. मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोफिजिक्स, जर्मनी के सह-लेखक डॉ सेल्मा डी मिंक ने कहा: 'यह आपके दादा दादी की पुरानी तस्वीर ढूंढने जैसा है. डॉ डी मिंक ने कहा, 'ये सितारे मूल रूप से हमारे "तारकीय पूर्वज" हैं, उन्होंने कहा, 'आखिरकार, हम उन तत्वों से बने हैं जिन्हें उन्होंने एक बार बनाया था. फिर भी हमारे पास बहुत से अनुत्तरित प्रश्न हैं.'

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डरहम विश्वविद्यालय के सह-लेखक डॉ गिलाउम महलर ने कहा कि इससे पहले बनने वाले सितारों को देखना संभव नहीं हो सकता है. बाल्टीमोर में जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय में पीएचडी के छात्र लीड लेखक ब्रायन वेल्च ने कहा कि यह पिछले सबसे दूर के सितारे की तुलना में बहुत दूर था. वेल्च ने कहा, 'एरेन्डेल का अध्ययन ब्रह्मांड के एक ऐसे युग में एक खिड़की होगी जिससे हम अपरिचित हैं - लेकिन इससे हम सब कुछ जानते हैं. 'ऐसा लगता है कि हम वास्तव में एक दिलचस्प किताब पढ़ रहे हैं लेकिन हमने दूसरे अध्याय के साथ शुरुआत की - और अब हमारे पास यह देखने का मौका होगा कि यह सब कैसे शुरू हुआ.'

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