काबुल: अफगानिस्तान में एक उचित शिक्षा प्रणाली के आभाव की वजह से पिछले 20 वर्षों से पक्तिका प्रांत के पांच जिलों में किसी ने हाईस्कूल से स्नातक नहीं किया हैं. टोलो न्यूज ने रविवार को एक रिपोर्ट में कहा कि ये जिले वोरोमबाई, तरवी, दिला खोशामंद, नाका और बरमल हैं. पिछले 20 वर्षों से, अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा अरबों डॉलर प्रदान किए जाने के बावजूद, पक्तिका की शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र अभी भी ठीक नहीं है.
बच्चों को भेजते हैं प्रांतीय राजधानी शाराना
निवासियों ने कहा कि जिन परिवारों की आर्थिक स्थिति अच्छी है, वे अपने बच्चों को प्रांतीय राजधानी शाराना में शिक्षण संस्थानों में भेजते हैं, लेकिन गंभीर आर्थिक परिस्थितियों से जूझ रहे लोग ऐसा नहीं कर सकते. टोलो न्यूज ने बरमल जिले के निवासी जाहिद के हवाले से कहा कि हमारे जिले में किसी स्कूल का निर्माण नहीं हुआ है. हमारे युवा दूसरे देशों में चले गए.
कई जिलों की यही कहानी
एक अन्य निवासी मोहम्मद दाउद ने कहा कि पूर्व सरकार के समय में खोशामंद जिले में कोई स्कूल नहीं था. इस्लामिक अमीरात (तालिबान) को हमारे लिए एक स्कूल बनाना चाहिए. बुजुर्गों ने इस्लामिक अमीरात से स्कूलों के निर्माण और इन जिलों के निवासियों के लिए शैक्षिक अवसर प्रदान करने का आह्वान किया.
प्रांतीय शिक्षा विभाग ने इस मुद्दे की पुष्टि करते हुए कहा कि इन जिलों में पिछले 20 वर्षों में हाई स्कूल स्नातक नहीं है.
पक्तिका शिक्षा विभाग के प्रमुख ने कहा कि हमारा ध्यान वर्तमान में उन क्षेत्रों पर है जहां शिक्षा तक पूर्ण पहुंच नहीं है, हम उन्हें उनके अधिकार उचित तरीके से प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं.
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