हिंदुओं के लिए जहन्नुम से कम नहीं है पाकिस्तान, आंकड़े देखकर हर कोई हो जाए हैरान

इमरान अल्पसंख्यकों पर मगरमच्छ के आसू रोते हैं. कश्मीर को लेकर बार-बार अपनी छाती पीटते हैं. लेकिन पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ हो रहे जुल्म पर उन्हें मजा आता है. पाकिस्तान में दो महीनों में 50 हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लिया जाता है. और जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है. इस रिपोर्ट में आंकड़े देखिए

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 19, 2020, 06:40 PM IST
    1. 1947 से अब तक पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 15% से घटकर डेढ़ फीसदी पहुंची
    2. 1947 से अब तक पाक के कराची में 51% हिंदू आबादी घटकर 2% रह गई है
    3. पाकिस्तान में 2 महीनों में 50 अल्पसंख्यक लड़कियों का अपहरण कर लिया जाता है
हिंदुओं के लिए जहन्नुम से कम नहीं है पाकिस्तान, आंकड़े देखकर हर कोई हो जाए हैरान

नई दिल्ली: पाकिस्तान के सिंध में एक और नाबालिग हिंदू लड़की का अपहरण हुआ है. हिंदू लड़की महक को जबरदस्ती इस्लाम कबूल कराने का आरोप लगा है. महक के पिता का आरोप, कट्टरपंथियों ने बेटी का अपहरण करके जबरन मुसलमान बनाया.

पाकिस्तान के 'पाप' का खुलासा

अकाली दल नेता मनजिंदर सिंह सिरसा के मुताबिक पाकिस्तान में 14 वर्ष की एक हिंदू लड़की महक को अली रजा नाम के व्यक्ति ने अगवा कर लिया है. मनजिंदर सिंह सिरसा ने लड़की के पिता का वीडियो भी शेयर किया है. महक के माता पिता इंसाफ के लिये दर-दर भटक रहे हैं.

पाकिस्तान मे दो महीनों में 50 लड़कियों का अपहरण

पाकिस्तान का यही चरित्र है. प्रधानमंत्री इमरान खान अल्पसंख्यकों का नाम लेकर मगरमच्छ के आंसू रोते हैं और वहीं पाकिस्तान में 2 महीनों में 50 अल्पसंख्यक लड़कियों का अपहरण कर लिया जाता है. पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों पर हो रहे अत्याचार के खुलासे के बाद भारत सरकार तुरंत हरकत में आई और दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के एक सीनियर ऑफिसर को तलब किया. सूत्रों के मुताबिक सरकार ने उच्चायोग को कड़ी फटकार लगाई. और अल्पसंख्यक समुदाय की नाबालिग हिंदू लड़कियों के अपहरण को लेकर अपनी चिंता जाहिर की.

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हमले की कहानी नई नहीं है. पाकिस्तान में सरकार बदली लेकिन यहां हुक्मरानों के दिल में हमेशा दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत की भावना रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 

  • 1947 से अब तक पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 15% से घटकर डेढ़ फीसदी पहुंची
  • 1947 से अब तक पाक के कराची में 51% हिंदू आबादी घटकर 2% रह गई है
  • हर साल करीब 5 हजार हिंदू पाकिस्तान छोड़कर भारत आ जाते हैं
  • ईसाइयों के लिए पाकिस्तान दुनिया में 5वीं सबसे खतरनाक जगह बताई गई है
  • अप्रैल 2014 में 1000 ईसाई और हिंदू महिलाओं का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया
  • मार्च 2014 में सिंध में हिंदू मंदिर पर हमला हुआ और आगजनी की कोशिश हुई
  • मई 2013 में लरकाना में हिंदू मंदिर में आग लगा दी गई

यही है पाकिस्तान में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की हकीकत

भारत सरकार के कड़े रुख के बाद पाकिस्तान सरकार ने अफ़सोस जाहिर किया है. पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि उनकी तरफ से ऐसी कोशिश की जाएगी कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों. लेकिन पाकिस्तान की फितरत पर भरोसा करना ज़रा मुश्किल काम है. वर्ष 1947 में हिंदुओं की आबादी पाकिस्तान में 15 प्रतिशत थी जो अब सिर्फ डेढ़ प्रतिशत है. ऐसे में पाकिस्तान पर भरोसा नामुमकिन है.

ये पहली बार नहीं है जब किसी हिंदू लड़की का अपहरण किया गया है. कुछ ही महीने पहले की बात है. जब इमरान खान के नए पाकिस्तान में हिंदू लड़की का अपहरण किया गया था. पाकिस्तान के नानकाना साहिब में रह रहे सुरेंद्र सिंह की बहन को अगवा कर लिया गया. आरोप है कि अगवा कर उसे जबरदस्ती इस्लाम कबूल करवाया गया. यहां तक कि एक मुस्लिम लड़के से उसके निकाह का वीडियो भी सामने आया था.

पीड़ित गुरुद्वारा तंबी साहिब के एक ग्रन्थि की बेटी है और कई दिनों से लापता है. आरोप है कि बंदूक की नोंक उसे इस्लाम कबूल करवाया गया. अब उसके परिवारवालों को धमकियां मिल रही हैं. लेकिन उनकी मदद करने वाला कोई नहीं. ऐसे में परिवार ने इंसाफ नहीं मिलने पर आत्मदाह की बात कही है.

लड़की के परिवार वालों ने 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. पीड़ित परिवार ने इस मामले में पीएम इमरान और पाक सेना प्रमुख से दखल देने की अपील की है. लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है. इस बीच इमरान खान का दावा सुनकर हर किसी को हंसी आ जाएगी.

अल्पसंख्यकों पर इमरान का झूठ!

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि 'हमने अपने जो भी माइनरिटीज हैं, जो भी अल्पसंख्यक हैं. उन्हें बराबर का नागरिक बनाना है. ये खासकर हमें नरेंद्र मोदी को बताना है कि आप अपने अल्पसंख्यकों को कैसे रखते हैं और हम उन्हें कैसे रखते हैं.'

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दरअसल, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार दशकों से होता रहा है. बड़े पैमाने पर वहां गैर मुस्लिमों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है. सब कुछ खुलेआम हो रहा है लेकिन पाकिस्तान की सरकार इसे रोकने की ईमानदार कोशिश नहीं कर रही है. इमरान खान को बस कश्मीर में मानवाधिकार की चिंता होती है. लेकिन अपने यहां अल्पसंख्यकों पर हो रहा जुल्म उन्हें नहीं दिखता.

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