नई दिल्ली: आतंक को पनाह देने वाले मुल्क की परिभाषा बने पाकिस्तान की असलियत बार-बार सामने आ ही जाती है. एक बार फिर आतंकिस्तान का असली चेहरा पूरी दुनिया के सामने आ चुका है. जिसकी सारी दुनिया में थू-थू हो रही है.
भारत का ही नहीं, अफगानिस्तान का भी गुनाहगार
वो देश जो आतंकियों को पनाह देता है, वो मुल्क जो आतंकियों को दहशतगर्दी फैलाने के लिए हथियार मुहैया करवाता है, वो आतंकिस्तान भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ खूनी साजिश रचता है. इन सब गुनाहों का एक नाम पाकिस्तान है.
पाकिस्तान के हुक्मरान इमरान खान जो बात-बात पर ये ढोंग करते हैं कि वो आतंक के खिलाफ हैं. लेकिन जब करने बारी आती है तो इमरान के कानों में जूं तक नहीं रेंगता. पाकिस्तान का वो रिपोर्ट कार्ड सामने आ चुका है, जिससे उसके आतंकी चरित्र की करतूत सामने आ गई है. जिसे संयुक्त राष्ट्र संगठन ने एक रिपोर्ट जारी किया है.
संयु्क्त राष्ट्र (UN) की रिपोर्ट में पाकिस्तान बेनकाब
UN की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए मोहम्मद और लश्कर-ए तैयबा अफगानिस्तान में शांति माहौल को बिगड़ने के लिए पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं. ये दोनों आतंकी संगठन दहशतगर्दी फैलाने वाले मुल्क पाकिस्तान से आतंकवादियों को अफगानिस्तान भेजते हैं. ये आतंकवादी वहां जाकर लोगों को अपने चुंगल में फंसाकर IED डिवाइस बनाने की ट्रेनिंग देने का रैकेट चलाते हैं.
अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया बेपटरी करने की कोशिश
इस रिपोर्ट की मुताबिक अफगानिस्तान में पाकिस्तान वहीं सबकुछ कर रहा है जो भारत में कई दशकों से करता रहा है यानी अपने पाले हुए आतंकियों की मदद से अस्थिरता के हालात पैदा करने की कोशिश होती है. यूएन रिपोर्ट की मुताबिक तालिबान के साथ चल रही बातचीत को बेपटरी करने के लिए पाकिस्तान सर्मथित करीब 5000 से ज्यादा आतंकी लगे हुए है, जिसे जैश और लश्कर जैसे पाकिस्तान समर्थित आतंकी समर्थित आतंकी संगठन अफगानिस्तान भेजते है.
जैश और एलईटी के आतंकी रच रहे है खूनी साजिश
यहां आपको बता दें कि जैश ए मोहम्मद और लश्कर भारत में भी आतंक फैलाने के गुनहगार हैं. भारत में आतंकी साजिश से दहलाने की कोशिश करने वाले कई हमलों को इन्हीं आतंकी संगठनों ने अंजाम दिया, जिसमें 2008 में मुंबई हमला और 2019 में पुलवामा हमले की साजिश शामिल थी. भारत हमेशा से ही जैश और लश्कर जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ विश्व के हर मंच से आवाज उठाता रहा है अब यूएनओ की इस रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि जैश और एलईटी भारत के ही नहीं बल्कि अफगानिस्तान के भी गुनाहगार है.
इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के 800 और जैश-ए-मोहम्मद के 200 हथियारबंद आतंकी हैं. ये 1000 आतंकी तालिबानी आतंकियों के साथ मिलकर दहशतगर्दी की साजिश को अंजाम देते हैं. इन आतंकियों के टारगेट पर नांगरहर प्रांत में मोहमंद दारा, दुर बाबा और शेरजाद जिला रहता है, जहां वो हिंसक वारदातों को अंजाम देने का षड्यंत्र रचते हैं.
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पाकिस्तान को ये याद कर लेना चाहिए कि ये वहीं यूएनओ है जहां अक्सर पाकिस्तान अपने दोस्त चीन की शह कश्मीर राग अलापता है और हस्तक्षेप करने की मांग करता रहा है. आपको बता दें, इससे पहले FATF ने भी आतंकि गतिविधियों को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी जारी कर चुका है. लेकिन पाकिस्तान के हुक्मरान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है.
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