Russia Ukraine War: खार्किव से निकाले गए सभी भारतीय पर सूमी में फंसे हैं कई छात्र

Russia Ukraine War: विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के खार्किव क्षेत्र में अब कोई भारतीय छूटा नहीं है, सभी को निकाल लिया गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, अब मुख्य रूप से फोकस सूमी क्षेत्र पर है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 5, 2022, 10:55 PM IST
  • यूक्रेन में रूस का हमला जारी
  • सूमी में फंसे हैं भारतीय छात्र
Russia Ukraine War: खार्किव से निकाले गए सभी भारतीय पर सूमी में फंसे हैं कई छात्र

नई दिल्लीः Russia Ukraine War: विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के खार्किव क्षेत्र में अब कोई भारतीय छूटा नहीं है, सभी को निकाल लिया गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, "जहां तक मुझे पता है, खार्किव में कोई छूटा नहीं है. हम पिसोचिन से भी अगले कुछ घंटों में सभी को निकालने में कामयाब हो जाएंगे." उन्होंने कहा कि अब मुख्य रूप से फोकस सूमी क्षेत्र पर है.

13,300 लोग लौट चुके हैं भारत
बागची ने कहा, "पास के पिसोचिन में कुछ घंटों पहले तक 300 से कम छात्र थे, जिन्हें निकाला जाना था. हमें उम्मीद है कि आज हम उस काम को पूरा कर लेंगे." उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान ऑपरेशन गंगा के तहत लगभग 2,900 लोगों के साथ 15 उड़ानें उतरी हैं. अब तक 63 उड़ानों से करीब 13,300 लोग भारत लौट चुके हैं.

बागची ने कहा, "अगले 24 घंटों में 13 उड़ानें संचालित होना निर्धारित है."

एक नेपाली नागरिक भी आ रहा भारत
रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष 24 फरवरी की सुबह शुरू हुआ था. रूसी सेना ने यूक्रेन पर बड़ा हमला किया, शहरों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर मिसाइलें दागीं और वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया. तब से भारत युद्धग्रस्त क्षेत्र से अपने नागरिकों को निकाल रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीयों के साथ एक नेपाली नागरिक भी भारत आ रहा है.

उधर, सूमी शहर से पैदल रूस सीमा की ओर रवाना होने का फैसला करने वाले कई भारतीय छात्र अनावश्यक खतरा न मोल लेने के विदेश मंत्रालय के अनुरोध के बाद अपनी यात्रा जारी रखने को लेकर 'असमंजस' में हैं. भारत के अधिकारियों के लिये गोलाबारी से प्रभावित शहर से भारतीयों को निकालने में चुनौतियां पेश आ रही हैं. 

अभी 700 छात्र फंसे हैं
छात्रों ने कहा है कि वे अब कड़ाके की ठंड, खान-पान के सामान में कमी और पीने के पानी के लिए बर्फ को पिघलाने जैसी मुश्किलों का सामना नहीं कर सकते. लगभग 700 भारतीय छात्र अभी भी युद्ध प्रभावित क्षेत्र में फंसे हुए हैं. क्षेत्र में लगातार लड़ाई से उनकी निकासी बाधित हुई है. 

खाने-पीने की हुई कमी
छात्रों ने कहा कि उनके पास भोजन और पानी की कमी हो गई है. छात्रों ने सोशल मीडिया पर कई हताश करने वाले वीडियो डाले हैं, जिनमें कहा गया है कि उन्होंने यहां से 50 किलोमीटर दूर रूसी सीमा तक जाने का फैसला किया है. इन वीडियो के सामने आने के बाद नयी दिल्ली में हलचल तेज हो गई.

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