अमेरिकी चुनाव में इमरान के ‘आतंकिस्तान’ की एंट्री!

फिलाडेल्फिया में डोनाल्ड ट्रंप के लिए वोट मांगने आईं इंडो-अमेरिकन लीडर निक्की हेली ने पाकिस्तान के जेहादी एजेंडे पर करारा वॉर किया. 

Written by - Rajendra Kumar | Last Updated : Oct 26, 2020, 10:21 AM IST
    • आतंकवाद पर अमेरिका का कड़ा रूख
    • अब पाकिस्तान को नहीं मिलेगा फंड
    • 2018 में 300 मिलियन डॉलर का फंड ट्रंप ने रोका
अमेरिकी चुनाव में इमरान के ‘आतंकिस्तान’ की एंट्री!

नई दिल्ली: सात समंदर पार अमेरिका में चुनाव हो रहे हैं लेकिन भारतीय मतदाताओं को रिझाने के लिए अब इन चुनावों में पाकिस्तान के आतंकी एजेंडे की एंट्री हो गई है. राष्ट्रपति की रेस में पिछड़ रहे डोनाल्ड ट्रंप की जीत पक्की करने के लिए भारतीय मूल के मतदाताओं पर रिपब्लिकन की नजर है.

फिलाडेल्फिया में डोनाल्ड ट्रंप के लिए वोट मांगने आईं इंडो-अमेरिकन लीडर निक्की हेली ने पाकिस्तान के जेहादी एजेंडे पर करारा वॉर किया. निक्की हेली ने 'इंडियन वॉयस फॉर ट्रंप' संगठन की तरफ से आयोजित चुनावी सभा में बोलते हुए कहा कि आतंकवाद से जंग के नाम पर पाकिस्तान ने खूब अमेरिकी डॉलर लूटे लेकिन अब इमरान खान को अमेरिका से फूटी कौड़ी नहीं मिलने वाली .

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फिलाडेल्फिया में भारतीय मूल के मतदाताओं के बीच चुनाव प्रचार करते हुए निक्की हेली ने कहा कि पाकिस्तान का खेल अब खत्म हो चुका है। अमेरिका से उसे फूटी कौड़ी नहीं मिलेगी . अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद से जंग के लिए बिलियन डॉलर दिए लेकिन पाकिस्तान ने उसका बेजा इस्तेमाल किया और आतंकियों को खत्म करने के बजाय उन्हें पालने पोसने में लगा रहा. 

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यहां तक जब अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिए अमेरिकी फौजें पहुंची तो पाकिस्तान ने आतंकियों को अफगानिस्तान जाने का सुरक्षित रास्ता दिया फिर तालिबान के साथ मिलकर पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अमेरिकन फौजियों पर हमला किया. लेकिन ट्रंप के आने के बाद अमेरिका की विदेश नीति में बदलाव आया और जल्द ही उन्हे पता चल गया कि पाकिस्तान सिर्फ और सिर्फ अमेरिका को उल्लू बनाता आया है . 

आतंकवाद पर अमेरिका का कड़ा रूख

अमेरिका बीते 15 साल में 33 बिलियन डॉलर की मदद पाकिस्तान को दे चुका है. लेकिन जैसे-जैसे मोदी और ट्रंप के रिश्ते बनते गए पाकिस्तान की पोल खुलती गई और साल 2018 में अमेरिका ने 300 मिलियन डॉलर की फंडिंग पाकिस्तान को रोक दी .

दरअसल अमेरिका को समझ आ गया है कि दुनिया में जहां भी आतंकवाद है उसमें पाकिस्तान का कहीं न कहीं से कनेक्शन जरूर है जो दिखाता है कि आतंकवाद पाकिस्तान की पॉलिसी का हिस्सा है  और इन्हीं आतंकवादियों के खात्मे के नाम पर पाकिस्तान दुनिया भर से फंडिंग हासिल करता रहा है.

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निक्की हेली का इंडिया कनेक्शन?

निक्की हेली अमेरिका की राजनीति में बड़ा नाम है और ट्रंप की विदेश नीतियों की समर्थक हैं. वो साउथ कैरोलिना की दो बार गवर्नर रह चुकी हैं. वो पहली भारतीय अमेरिकी नागरिक हैं जिन्हें अमेरिका के किसी राष्ट्रपति प्रशासन में कैबिनेट रैंक दिया गया. निक्की हेली का पंजाब से पुराना नाता है. उनके पिता अजीत सिंह रंधावा और माता राज कौर रंधावा पंजाब के रहने वाले हैं लेकिन कई दशक पहले कारोबार के सिलसिले में अमेरिका चले गए थे.  निक्की हेली का पूरा नाम निम्रता निक्की रंधावा है उन्होंने साल 1996 में माइकल हेली से शादी की उनके दो बच्चे रीना और नलिन हेली हैं.

अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव हैं जिनके लिए ऑनलाइन वोटिंग का सिलसिला शुरू हो चुका है। ओपनियन पोल में डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बिडेन को रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप से आगे दिखाया जा रहा है। लेकिन ट्रंप और उनकी टीम को भरोसा है कि आखिरी दौर में धुआंधार प्रचार करके ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति की रेस जीत लेंगे.

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