नई दिल्ली: चालबाजी, छल, कपट, झूठ और धोखा यही चीन का सबसे बड़ा हथियार है. और चीन इसका इस्तेमाल करने से बाज नहीं आ रहा है. लगातार भारत और नेपाल के रिश्ते बिगाड़ने के लिए चीन चालबाजी और नापाक करतूतों को अंजाम दे रहा है. लेकिन ये बार नेपाल को समझ नहीं आ रही है. इस बीच नेपाल के खिलाफ चीन की बड़ी साजिश बेनकाब हो गई है.
नेपाल में चीन की साजिश का खुलासा
नेपाल के कई गांव पर चीन ने अपना कब्जा जमा रखा है. चीन के इशारे पर नाचने वाली नेपाल की ओली सरकार बार-बार भारत को ही आंख दिखा रही है और हिन्दुस्तान के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला रही है. कमाल की बात ये है कि भारत के कालापानी, लिपुलेख,लिम्पियाधुरा हिस्से पर अपना दावा ठोंकने वाला नेपाल चीन की हरकत पर खामोश है.
नेपाल की ओली सरकार की इसी चुप्पी के खिलाफ अब नेपाली जनता सड़कों पर उतर रही है. ज़ी मीडिया के पास मौजूद दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि चीन ने नेपाल के कई इलाकों को हड़प लिया है. ज़ी मीडिया के पास मौजूद Exclusive दस्तावेजों के मुताबिक चीन ने नेपाल से सटे करीब 11 इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया है.
नेपाल के 11 इलाकों पर चीन का कब्ज़ा
1. हुमला जिले के भागडेर खोला की 6 हेक्टेयर जमीन
2. हुमला जिले की करनाली नदी की 4 हेक्टेयर जमीन
3. रसुवा जिले की सिनजेन खोला की 2 हेक्टेयर जमीन
4. रसुवा जिले के भुरजुक खोला की 1 हेक्टेयर जमीन
5. रसुवा जिले के लमडे खोला में जमीन
6. रसुवा जिले के जंबू खोला की 3 हेक्टेयर जमीन
7. संधुपलचोक जिले के खरने खोला की 7 हेक्टेयर जमीन
8. संधुपलचोक जिले की भोटसे कोसी की 4 हेक्टेयर जमीन
9. संखुवासभा जिले के समझुंग खोला की 3 हेक्टेयर जमीन
10. संखुवासभा जिले के कम खोला की 2 हेक्टेयर जमीन
11. संखुवासभा जिले की अरुन नदी की 4 हेक्टेयर जमीन
इन सभी जमीनों पर चीन ने कब्जा जमा लिया है और नेपाल की सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है. चीन की इस हरकत पर ओली सरकार मौन है. लेकिन जनता अब सड़कों पर उतर कर विरोध जता रही है.
दोनों देशों के बीच दरार नहीं पड़ेगा!
नेपाल के प्रमुख गोरखा समुदाय के लोग मानते हैं कि भारत नेपाल के रिश्ते सुख दुख के रहे हैं. बड़े भाई छोटे भाई के रहे हैं. चीन चाहे जितनी कोशिश कर ले दोनों देशों के बीच दरार नहीं डाल पाएगा.
ज़ी मीडिया की टीम भारत नेपाल सीमा पर धारचुला के पांगला गांव पहुंची तो वहां भी लोगों का कहना था कि नेपाल चीन की शह पर भारत को आंख दिखा रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीन ने तिब्बत से सटे रुई गांव पर लंबे वक्त से कब्जा किया हुआ है जिसको लेकर गांव के लोग काफी विरोध कर रहे हैं. रुई गांव से नेपाल के लोगों का ध्यान विस्थापित करने के मंसूबे से नेपाल की ओली सरकार ने भारत के साथ सीमा विवाद के मुद्दे को तूल देना शुरू कर दिया.
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नेपाल का वो गांव जहां 72 घर हैं, उस रुई गांव में चीन नाम ने घुसपैठिए देश ने कब्ज़ा कर लिया. भले ही रुई गांव अभी भी दिखाने के लिए नेपाल के मैप में शामिल है, लेकिन ये कटु सत्य है कि वहां पर पूरी तरह से चीन का कंट्रोल है और जनाब ओली मूकदर्शक बने हुए हैं. ऐसे में नेपाल पूरी तरह से चीन के लिए इस्तेमाल होने वाला खिलौना देश बन गया है.
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