नई दिल्ली. कोरोना वायरस ने दुनिया को आतंकित कर दिया है. चाहे वो खुद कोरोना कंट्री चीन हो या फिर चीन के बाहर ईरान, इटली, अमेरिका, भारत और ब्रिटेन हो - हर जगह कोरोना के आतंक ने पाँव पसारे हुए हैं. अब तो भारत में भी इसकी आहट दिखाई देने लगी है. भारत में 29 लोगों पर कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. उधर इंग्लैंड में मास्क के बारे में झूठा प्रचार करने वाली दो कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया.
फेस मास्क के बारे में झूठा प्रचार
जितनी तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उससे बचने की लोगों की कोशिशें भी बढ़ रही हैं. इसलिए फेस मास्क की मांग सभी देशों में है. भारत की राजधानी दिल्ली में जहां फेस मास्क की कमी नज़र आ रही है तो दूसरी तरफ इंग्लैण्ड में फेस मास्क के बारे में झूठा प्रचार देखने में आया.
दो कंपनियों पर लगा प्रतिबंध
ब्रिटिश मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमे कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए फेस मास्क का उपयोग करने पर विज्ञापन दिखाए जा रहे थे और इन विज्ञापनों में ही कोरोना और इसके लिए इस्तेमाल में आने वाले फेस मास्क को लेकर झूठे दावे किये जा रहे थे. इन झूठे दावों से जुडी दो कंपनियों को प्रतिबंधित कर दिया गया है.
विज्ञापन मानक प्राधिकरण ने की कार्रवाई
इस दिशा में होने वाली त्वरित कार्रवाई का श्रेय विज्ञापन मानक प्राधिकरण को जाता है. ब्रिटेन के विज्ञापन मानक प्राधिकरण ने ईजी शॉपिंग फॉर होम लिमिटेड और नोवाड्स ओयू कंपनियों के दावों की जांच करने पर उनको झूठा पाया. तब इन दावों को कम्पनी द्वारा मानकों का उल्लंघन किया जाना माना गया.