UK में कल वोटिंग, भारतीय वोटर्स ने क्यों बढ़ाई PM सुनक की चिंता?

UK general election 2024: 4 जुलाई को यूके में आम चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. कंजर्वेटिव पार्टी और लेबर पार्टी के बीच टक्कर है. सर्वे में लेबर पार्टी को बढ़त दिखाई गई है. PM सुनक की भी साख दांव पर लगी है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 3, 2024, 03:17 PM IST
  • 4 जुलाई को आम चुनाव की वोटिंग
  • PM सुनक की साख भी दांव पर
UK में कल वोटिंग, भारतीय वोटर्स ने क्यों बढ़ाई PM सुनक की चिंता?

नई दिल्ली: UK general election 2024: ब्रिटेन में कल यानी 4 जुलाई को आम चुनाव होने है. लोगों के मतदान से तय हो जाएगा कि कंजर्वेटिव पार्टी की वापसी होती है या लेबर पार्टी सरकार बनाती है. हाल ही में भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को ब्रिटेन के कई मंदिरों में देखा गया. इसकी बड़ी वजह ये है शौनक ब्रिटेन में रह रही भारतीय आबादी को लुभाना चाह रहे थे.

ब्रिटेन में भारतीय मूल के 25 लाख वोटर
ब्रिटेन के चुनाव में भारतीय मूल के करीब 25 लाख लोग वोट करेंगे. भारतीय ब्रिटेन की कुल आबादी का 2.5-3% हिस्सा हैं. यह समुदाय ब्रिटेन में काफी प्रभावशाली माना जाता है. उद्योग के क्षेत्र से लेकर आर्थिक क्षेत्र में इनका योगदान है. 2015-2018 के बीच ब्रिटेन में रहने वाली भारतीय आबादी के 42% लोग हर महीने 4 हजार पाउंड कमाते थे, जो बाकी समुदायों से काफी अधिक है. ब्रिटेन में भारतीय आबादी GDP में 6% का योगदान देती है. 

सुनक पर भारतीय क्या बोले?
साल 2022 में जब ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने थे, तब भारत के कई इलाकों में भी जश्न मना था. लेकिन इस बार सुनक की राह काफी मुश्किल हो गई. सुनक से अपने ही नाराज चल रहे हैं. भारतीय आबादी का बड़ा हिस्सा ऋषि सुनक से खफा है. हाल ही में यूके में टेक्नोलॉजी इन्वेस्टर अश्विन कृष्णस्वामी ने साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) से कहा था कि कई समस्याओं का समाधान नहीं हुआ. प्रवासी कंजर्वेटिव पार्टी के खिलाफ नजर आ रहे हैं. यही कारण है कि लोग नई सरकार लाना चाह रहे हैं. लंदन में रहने वाले प्रियजीत देबसरकर ने SCMP को बताया कि कंजर्वेटिव पार्टी में पहले ही काफी परिवर्तन आ चुके हैं. इसलिए लोगों को यकीन नहीं है कि सुनक PM बने रहेंगे. 

सुनक से भारतीय आबादी क्यों नाराज?
YouGov ने हाल ही में एक सर्वे किया. इसमें भारतीयों ने कहा कि सुनक ने डेढ़ साल में भारतीयों के पक्ष में कोई बड़ा फैसला नहीं किया. भारतीय आबादी वीजा के नियमों में छूट चाह रही थी. लेकिन सुनक के नेतृत्व वाली सरकार ने इन नियमों को और कड़ा कर दिया है. इसके अलावा, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ब्रिटेन में सुनक के आने के बाद करीब 50 हिंदू मंदिर बंद हो गए हैं. इससे हिंदू आबादी में आक्रोश है. रिपोर्ट्स का कहना है कि भारतीय वोटर्स को भरोसा नहीं है कि कंजर्वेटिव पार्टी के जीतने पर फिर से सुनक PM बन जाएंगे, क्योंकि PM पद के लिए पार्टी के ही जेम्स क्लेवरली, केमी बेडनॉच और बोरिस जॉनसं समेत अन्य नेताओं का भी नाम है.

65% भारतीय सुनक से नाराज
YouGov के सर्वे में खुलासा हुआ कि ब्रिटेन में करीब 65% भारतीय ऋषि सुनक के खिलाफ हैं. वे सुनक को वोट नहीं करना चाह रहे हैं. द इकोनोमिस्ट का एक सर्वे बताता है कि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को 650 में से केवल 117 सीटें मिल सकती हैं. जबकि सुनक के विरोधी कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी 516 सीटें पा सकती है. बता दें कि बहुमत का आंकड़ा 326 है.

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