लंदन. एक नए सर्वेक्षण से पता चला है कि दुनिया के अलग-अलग देशों में रहने वाले कई लोगों का मानना है कि वे वास्तव में ग्रह को बचाने के लिए पृथ्वी पर भेजे गए एलियंस हैं.ये लोग खुद को स्टार पीपल या "स्टारसीड्स" कहते हैं. ये लोग पृथ्वी को को ठीक करने में मदद करने के लिए अन्य आयामों से आने का दावा करते हैं.
ध्यान लगाकर पहुंचते स्पेस में
स्टारसीड' लोग मानते हैं कि वे यहां पैदा होने के लिए दूसरे ग्रह से फिर से जागे हैं. वे कहते हैं कि वे 'अलग भाषा' का उपयोग करके संवाद करते हैं और ध्यान लगाकर आकाशगंगाओं के बीच घूम सकते हैं. इस कम्युनिटी के सदस्यों का मानना है कि वे मानव जाति को महान सुख, समृद्धि और उपलब्धि के "स्वर्ण युग" में ले जाएंगे.
वीडियो की भरमार
Starseeds शब्द के लिए चार मिलियन से अधिक गूगल खोज परिणाम हैं, जिसमें अंतहीन सोशल मीडिया वीडियो हैं. इसमें लोग दूसरी दुनिया से होने का दावा करते हैं.
यूगव ने कराया सर्वे
इस दावे पर ही लंदन की सर्वे एजेंसी YouGov ने सर्वे कराया. जिसमें पता चला है कि आधे ब्रिटेन के लोग सोचते हैं कि एलियंस मौजूद हैं और 7% मानते हैं कि उन्होंने एक यूएफओ देखा है. मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी और हडर्सफ़ील्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा: "स्टारसीड्स का मानना है कि वे यहां पैदा होने के लिए दूसरे ग्रह से फिर से जागे हैं."स्टारसीड्स का मानना है कि वे दिव्य स्थानों और पृथ्वी के बीच वाहक हैं और वे ध्यान के माध्यम से आकाशगंगाओं के बीच परिवहन कर सकते हैं." वे मानवीय सीमाओं से परे हैं और हमारी आत्मा से बात करते हैं.
स्टारसीड में होते हैं ये लक्षण
अपनेपन की कमी महसूस करना, आध्यात्मिक होना, कर्म में विश्वास करना और जीवन में अर्थ की खोज करना जैसी चीजों सहित स्टारसीड होने के स्पष्ट संकेत.अन्य गुण हैं सहानुभूति और संवेदनशील होना, जबकि यह दावा किया जाता है कि वे अधिक शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं क्योंकि उनकी आत्मा को इसके आसपास मानव शरीर रखने की आदत नहीं है.
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