108 के हाल बदहाल! इंसपेक्शन में हुआ खुलासा, सोलन में एंबुलेंस में ना बैंडेज ना अन्य सुविधाएं
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108 के हाल बदहाल! इंसपेक्शन में हुआ खुलासा, सोलन में एंबुलेंस में ना बैंडेज ना अन्य सुविधाएं

Solan News in Hindi: हिमाचल के सोलन के सबसे बड़े क्षेत्रीय अस्पताल में राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा 108 बिना किसी सुविधाओं के चल रही हैं. एंबुलेंस में ना बैंडेज ना अन्य जरूरत की चीजें. 

108 के हाल बदहाल! इंसपेक्शन में हुआ खुलासा, सोलन में एंबुलेंस में ना बैंडेज ना अन्य सुविधाएं

Solan News: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल के गृह जिला सोलन के सबसे बड़े क्षेत्रीय अस्पताल में राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा 108 खामियां के साथ चल रही हैं. इन एबुलेंस में प्राथमिक उपचार के दौरान किये जाने वाले उपचार में इस्तेमाल होने वाली आवश्यक औषधियां तो है ही नहीं या फिर एक्सपायरी हो चुकी हैं. 

यह खुलासा आज तब हुआ जब चिकित्सकों की एक टीम ने 108 एंबुलेंस की इन्सपेक्शन की तो, इन गाड़ियों में यहां तक पाया गया कि उसमें मरीजों को शिफ्ट करने वाला स्ट्रेचर भी जाम था. इसके साथ ही फस्ट एंड किट एक्सपायर थी. 

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वहीं एंबुलेंस में मरीजों के लिए पीने के पानी की कैंपर की सुविधा सहित अनेको सुविधाएं नहीं थीं, जो दर्शा रहा है कि यह एबुलेंसे मरीजों को मात्र अस्पताल तक ढो रही है. इसमें किसी तरह की कोई सुविधा ऐसी नहीं है, जो अपने मकसद में कामयाब हो सके. 

वहीं ना एबुलेंसो में इन्श्युरन्स, ना पॉल्यूशन, ना फिटनेस इन्सपेंक्शन टीम को मिली. जिससे एक बात साफ है कि यह एबुलेंस किस तरह से चल रही है. क्षेंत्रीय अस्पताल सोलन के एम.एस.एस.एल. वर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार, एक टीम गठित की गई है, जो 108 का निरिक्षण कर रही है.  जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी. उन्होंने कहा इसमें जो भी खामियां है. उसे स्वास्थ्य सचिव को भेजा जायेगा. 

वहीं 108 के जिला प्रभारी अंशुल शर्मा ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनकी एबुलेंस में सभी तरह की सुविधाएं हैं.  जो नहीं है उसे उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया है. जल्द ही समस्यांओ को दूर किया जाएगा. 

निश्चित तौर पर दावे कुछ भी हो हकीकत कुछ और ही बता रहा है. अगर इसी तरह से बिमारी में मरीजों के साथ मजाक किया जाएगा, तो इससे बड़े शर्म की बात क्या होगी. यह हाल स्वास्थ्य मंत्री के गृह क्षेत्र का है.  अन्य जगहों से उम्मीद करना बेईमानी है. 

रिपोर्ट- मनोज शर्मा

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