हिमाचल के बागवानी मंत्री ने मंडी में लीची पौधरोपण कार्यक्रम का किया शुभारंभ, लोगों की होगी मदद
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हिमाचल के बागवानी मंत्री ने मंडी में लीची पौधरोपण कार्यक्रम का किया शुभारंभ, लोगों की होगी मदद

Mandi News: मंडी में लीची पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान बागवानी मंत्री ने कहा कि एचपी शिवा परियोजना से प्रदेश की आर्थिकी सुदृढ़ होगी.

हिमाचल के बागवानी मंत्री ने मंडी में लीची पौधरोपण कार्यक्रम का किया शुभारंभ, लोगों की होगी मदद

Mandi News: राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने मंडी जिला के सदर विधानसभा क्षेत्र की धन्यारा पंचायत में एचपी शिवा परियोजना के अंतर्गत लीची पौधरोपण अभियान का शुभारंभ किया. इस क्लस्टर में 17 हेक्टेयर भूमि पर लीची के 13 हजार से अधिक पौधे लगाए जाएंगे. क्लस्टर से 65 परिवार लाभान्वित होंगे. 

बागवानी मंत्री ने अपने संबोधन में बताया की शिवा परियोजना से प्रदेश की आर्थिकी मजबूत होगी. मंत्री ने क्लस्टर से जुड़ने वाले बागवानों से जागरूक रहने और अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया, तभी यह परियोजना सफल होगी. उन्होंने कहा कि शिवा परियोजना के पूरा होने पर 15 हजार से अधिक बागवान परियोजना से जुड़ जाएंगे. एशियन विकास बैंक द्वारा वित्तपोषित इस परियोजना पर 1398 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और यह परियोजना प्रदेश के सात जिलों में चलाई जा रही है. 

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष आई भयंकर बाढ़ के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से कोई अतिरिक्त राहत प्रदेश सरकार को नहीं मिली है. केन्द्र से वही राशि मिली है जो आपदा के लिए हर राज्य को देय होती है. प्रदेश सरकार ने अपने संसाधनों से 4500 करोड़ रूपए की राशि आपदा में राहत कार्यों पर खर्च की है.  मकान के टूट जाने पर 7 लाख रुपये की राहत दी. 

उन्होंने बताया कि मंडी जिला में मनरेगा में डंगों के निर्माण इत्यादि पर लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च किये गए. जबकि इस वर्ष भी लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार का दायित्व प्रदेश का समान विकास करना है.  पिछली सरकार में विकास कार्यों में बंदर बांट हुई है. सराज विधानसभा क्षेत्र में ही 16 हेलीपैड का निर्माण कर दिया गया. वहां हर दूसरे गांव में विश्राम गृहों का निर्माण करवा दिया, जो आज खाली पडे़ हैं. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने कर्ज लेकर घी पिया है और प्रदेश पर 75 हजार करोड़ का कर्ज छोड़ा है. संसाधनों के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, वहीं वर्तमान प्रदेश सरकार संसाधनों को बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है. 

रिपोर्ट- मंडी, नितेश सैनी

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