Faridkot News in Hindi: बच्चों को शिक्षा के प्रति और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी की अनोखी पहल की है. साढ़े तीन साल के बच्चे को एक दिन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO)की कुर्सी पर बैठाया.
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Punjab News: पंजाब के जिला फ़रीदकोट के DEO आफिस में एक अलग ही नजारा देखने को मिला जब साढ़े तीन साल के बच्चा को (DEO) डिस्टिक एजुकेशन ऑफिसर की कुर्सी पर बैठा दिया.
बता दें, ऐसा इस मकसद से किया गया है कि बच्चों को शिक्षा में प्रोत्साहित किया जाए. इस मकसद से जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी शिक्षा फरीदकोट सरदार मेवा सिंह सिद्धू ने बच्चे वीर इंद्रजोत सिंह बराड़ को जिसकी उम्र महज साढ़े तीन साल की है और जिसे एक दिन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी शिक्षा फरीदकोट की कुर्सी पर बैठाया और शुभकामनाएं दी.
वहीं, पूरा स्टाफ बच्चें की खुशी में शामिल हुआ और बच्चे को एक दिन की सैलरी के रूप में शगुन भी दिया. बच्चे के मां-बाप बच्चे को इसी तरह बड़ा अधिकारी बनना देखना चाहते है. बच्चे के पिता भी इसी विभाग में काम करते है और जब बच्चा सुबह पिता के साथ आया तो बच्चे एक टक कुर्सी की तफत निहार रहा था तभी DEO साहिब ने इसे अपने पास बुलाया और एक दीन का DEO बना दिया. बाकायदा आफिस का फ़ाइल वर्क काम भी सिखाया की कैसे सरकारी दफ्तर में काम होता है. वहीं, बच्चे के मां-बाप के साथ पूरा स्टाफ भी बेहद खुश नजर आया.
इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि उनका उद्देश्य है कि बच्चे खूब पढ़-लिख कर भविष्य में बड़े अधिकारी बनें और इसे देखकर बच्चों का मनोबल और बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पहले से ही सरकारी स्कूलों को एमिनास स्कूल बनाकर बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित कर रही है.
उन्होंने बताया कि जिला फरीदकोट में 3 स्कूल ऑफ एमिनेंस बनाए जाएंगे. पंजाब सरकार का लक्ष्य सिर्फ पंजाब के सभी बच्चों को शिक्षा देना नहीं है, बल्कि ऐसी शिक्षा देना है, जिससे वे पंजाब का नाम रोशन कर सकें. इन्हीं बच्चों को बड़ा होकर ऊंचे पदों पर बैठना है. सरकार की ओर से उन्हें शुरू से ही इसके लिए तैयार करने की कोशिश की जा रही है और इसी पहल के तहत सरकारी स्कूल के एक बच्चे को एक दिन के लिए डीईओ की कुर्सी पर बैठने का मैने मौका दिया गया.
बच्चे के पिता ने बताया के उन्हें बेहद खुशी महसूस हुई. जब उनके बच्चे को एक दिन का DEO बनाया और वह चाहते है कि उनका बच्चा बड़ा इसी तरह बड़ा अफसर बने और आज उनका सपना पूरा होता दिख रहा है.