World Organ Donation Day: हर साल की तरह आज सब तरफ अंगदान 13 अगस्त को मनाया जाता है. अंगदान को रक्तदान की ही तरह महादान माना जाता है लेकिन फिर भी लोग इसे करने से घबराते हैं क्योंकि इसे लेकर लोगों में कई तरह की गलतफहमियां हैं
आज के दिन 13 अगस्त को दुनियाभर में विश्व अंगदान दिवस मनाया जाता है. इस दिन लोगों को अंगदान के बारे में जागरूक किया जाता है. आज के समय में जीवित और मृत दोनों व्यक्ति अंगदान कर सकते हैं
दरअसल आज भी कुछ लोगों के मन में है कि अंगदान करना सही नहीं होता पर ऐसा नहीं है परतुं कुछ खास बीमारियों, जैसे- कैंसर, किसी संक्रमण से पीड़ित और एचआईवी होने पर अंग दान नहीं किया जा सकता है.
आज देश ने इतनी तरक्की कर ली है कि जरूरत पड़ने पर एक व्यक्ति का एक अंग खराब होने पर उसे रिप्लेस भी किया जा सकता है, जिससे दूसरे आदमी को जीवनदान मिल जाता है.
बता दें कि ऑर्गन डोनेशन दो तरह के होते हैं. पहला लिविंग ऑर्गन डोनेशन यानी वो अंगदान जो जीवित रहते हुए किया जाता है.वहीं, दूसरा डिसीस्ट ऑर्गन डोनेशन, जो मृत्युपर्यंत दान किया जाता है. इन दोनों डोनेशन की प्रक्रियाएं भी अलग-अलग होती है.
अंगदान के मामले में भारत काफी पीछे हैं. (NOTTO) के अनुसार, 2023 तक भारत में कुल 4,49,760 अंग दाता थे. यह आंकड़ा कई देशों की तुलना में काफी कम है
मस्तिष्क की मृत्यु के निर्धारण के बाद अंगों को जल्द से जल्द निकाल दिया जाना चाहिए, जबकि कृत्रिम रूप से रक्त संचार बनाए रखा जा रहा है. ऊतकों को 12 से 24 घंटों के भीतर हटाया जा सकता है.
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