संगीतकार वाजिद खान की पत्नी का आरोप,"मजहब बदलने के लिए बनाया गया था दबाव"
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संगीतकार वाजिद खान की पत्नी का आरोप,"मजहब बदलने के लिए बनाया गया था दबाव"

कमालरुख खान ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखे लेख में बताया कि वह हमेशा से सभी मज़हब का सम्मान करती आयी हैं लेकिन शादी के बाद उन पर इस्लाम में कन्वर्ट होने का दबाव बनाया गया.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: मशहूर फिल्म संगीतकार वाजिद खान (Wajid Khan) का इस साल जून में लंबी बीमारी के बाद इंतेकाल हो गया था. अब वाजिद खान की पत्नी कमालरुख खान ने सोशल मीडिया पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखकर चौंकाने वाला खुलासा किया है. अपने पोस्ट में कमालरुख खान ने लव जिहाद कानून की हिमायत की है! और इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने की मांग की है.

पारसी हैं कमालरुख खान
बता दें कि कमालरुख खान पारसी तबके से ताल्लुक रखती हैं और वाजिद खान के साथ उनकी लव मैरिज हुई थी. कमालरुख खान ने लिखा कि ''उनका तरबियत एक पारसी परिवार में हुआ, जहां लोकतंत्र (जम्हूरियत), नज़रियो (विचारों) की अजादी और स्वस्थ बहस को प्रोत्साहित किया जाता था लेकिन शादी के बाद उनके शौहर के परिवार में यही आजादी, तालीम और जम्हूरियत सबसे बड़ी दिक्कत थे.''

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'जबरन मज़हब बदलने का बनाया गया दबाव'
कमालरुख खान ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखे लेख में बताया कि वह हमेशा से सभी मज़हब का सम्मान करती आयी हैं लेकिन शादी के बाद उन पर इस्लाम में कन्वर्ट होने का दबाव बनाया गया. कमालरुख ने बताया कि जब उन्होंने मज़हब बदलने का विरोध किया तो वाजिद और उनके परिवार के साथ उनके रिश्ते खराब होते चले गए.

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तलाक की दी गई धमकी
उन्होंने बताया कि इस्लाम में कन्वर्ट करने के लिए उन्हें वाजिद के परिवार वालों की तरफ से तलाक की धमकी भी दी गई. उन्होंने लिखा कि मज़हब के प्रति वाजिद और उनके परिवार वालों की कट्टरता के चलते वह एक परिवार की तरह नहीं रह सके. अब वाजिद की मौत के बाद भी उनके परिवार के ज़रिए उनका इस्तेहसाल (शोषण) किया जा रहा है.

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'कौमी सतह पर लागू हो धर्मांतरण विरोधी कानून'
वाजिद खान की पत्नी कमालरुख खान ने अपने पोस्ट में लिखा कि मुझे लगता है कि धर्मांतरण विरोधी कानून को कौमी सतह पर लागू करना चाहिए. इससे अंतर-धार्मिक विवाह करने वाली ख्वातीन की जिद्दोजहद को कम करने में मदद मिलेगी. कमालरुख ने लिखा कि सभी मज़हब समान है और जियो और जीने दो ही एकमात्र धर्म होना चाहिए.

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