AICTE Doctoral Fellowship: पहले यह योजना केवल इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी के लिए ही थी, लेकिन अब यह एआईसीटीई के दायरे में आने वाले सभी क्षेत्रों को कवर करेगी. योजना के तहत प्रति वर्ष 400 शोधार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी.
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AICTE Doctoral Fellowship Process: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (AICTE) के अध्यक्ष प्रो.टी.जी.सीताराम ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए एआईसीटीई डॉक्टरल फेलोशिप (ADF) योजना को लांच कर दिया है. इस दौरान प्रो. सीताराम ने एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थानों में सहायक ईकोसिस्टम विकसित करके रिसर्च और इनोवेशन की संस्कृति व ज्ञान को बढ़ावा देने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि यह योजना अनुसंधान और इनोवेशन को बढ़ावा देगी. योजना का मकसद तकनीकी संस्थानों और उद्योग जगत के बीच सहयोगात्मक, उच्च गुणवत्ता वाले और सहकर्मी समीक्षित अनुसंधान को वित्तीय मदद करना और बढ़ावा देना है, जिससे स्टार्ट-अप की संभावना और बढ़ सके. इस पहल का उद्देश्य शोधार्थियों (Researchers) को उनकी शैक्षणिक योग्यता बढ़ाने में मदद करना भी है, जिससे शिक्षा जगत को भी लाभ पहुंचेगा. पहले यह योजना केवल इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी के लिए ही थी, लेकिन अब यह एआईसीटीई के दायरे में आने वाले सभी क्षेत्रों को कवर करेगी. योजना के तहत प्रति वर्ष 400 शोधार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी. खास बात यह है कि अब शोधार्थी छात्रवृत्ति के लिए सीधे या अपने संबंधित विश्वविद्यालय के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. उन्हें ये छात्रवृत्ति डायरेक्ट बेनिफिसरी ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से दी जाएगी.
इन विषयों के छात्रों को भी मिलेगी छात्रवृत्ति:
यह योजना इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट, डिजाइन, प्लानिंग, अप्लाइड आर्ट्स, क्राफ्ट्स एंड डिजाइन, अप्लाइड साइंस, होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी के कई व्यापक शोध क्षेत्रों के लिए है. हालांकि, यह इन्हीं क्षेत्रों तक सीमित नहीं है. यह योजना दो कैटेगरी में चलाई जा रही है. कैटेगरी ए के तहत योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार, शोधार्थी एआईसीटीई एडीएफ पोर्टल के माध्यम से सीधे पंजीकरण कर सकते हैं. इसके लिए आवेदक को अपने विश्वविद्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) देना होगा. कैटगरी बी के तहत विश्वविद्यालय इस योजना के तहत पंजीकरण करके छात्रों को अपनी प्रक्रिया के अनुसार अपने पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश दे सकते हैं. शर्त यह है कि छात्र एआईसीटीई द्वारा निर्धारित न्यूनतम पात्रता मानदंडों को पूरा करते हों. पीएचडी शोध में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एआईसीटीई मूल्यांकन समिति दोनों कैटेगरी के आवेदकों के शोध प्रस्तावों का मूल्यांकन करेगी.
छात्रवृत्ति के लिए क्या है एलिजिबिलिटी:
योजना के लिए आवेदक को इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट, डिजाइन, प्लानिंग, अप्लाइड आर्ट्स, क्राफ्ट्स एंड डिजाइन या कंप्यूटर ऐप्लीकेशन जैसे विभागों में पीएचडी का छात्र होना अनिवार्य है. ये सभी कार्यक्रम पोस्ट ग्रेजुएट लेवल पर एआईसीटीई अप्रूव्ड होने चाहिए. वहीं, होटल मैनेजमेंट के लिए यह अनिवार्य है कि आवेदक ने एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थान से होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी में स्नातक और संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री प्राप्त की हो. इसके अलावा, आवेदक का निर्दिष्ट क्षेत्रों में स्नातक, स्नातकोत्तर डिग्री या डुअल डिग्री धारक होना अनिवार्य है.
JRF को 37,000 और SRF को 42,000 रुपये प्रति माह मिलेंगा:
अप्लाइड साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट किए हुए छात्र, जो एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थान में पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश ले रहे हैं या पहले से प्रवेश ले चुके हैं, वे भी इस योजना में आवेदन के लिए पात्र हैं. दोनों श्रेणी के आवेदकों की आयु सीमा 30 वर्ष से कम रखी गई है. सरकारी मानदंडों के अनुसार आयु में छूट दी जाएगी. जूनियर रिसर्च फेलो (JRF) को 37,000 और सीनियर रिसर्च फेलो (SRF) को 42,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे. जेआरएफ को उनके एडीएफ की शुरुआत से दो साल पूरे करने के बाद एसआरएफ में अपग्रेड किया जा सकता है. फेलोशिप की अवधि अधिकतम पांच वर्ष है. शैक्षणिक वर्ष के लिए प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद एडीएफ के लिए पूरे साल के दौरान आवेदन किया जा सकता है.