Israel Throwing Pamphlets: इजराइल सेना की तरफ से आसमान से फिलिस्तीनियों पर पर्चे गिराए जा रहे हैं. आखिर इन पर्चों पर क्या लिखा है? आइये जानते हैं पूरी डिटेल
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Israel Throwing Pamphlets: इजराइल और फिलिस्तीन के बीच वॉर और संगीन होता जा रहा है. इजराइली सेना गाजा में और अंदर घुसती जा रही है और फिलिस्तीनियों पर हवाई और जमीनी हमले हो रहे हैं. अभी तक 21 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों को इजराइल मार चुका है. बेंजामिन नेतन्याहू इन हत्याओं को हमास के खात्मा करने के बयान से ढकते आ रहे हैं. हालांकि, सच्चाई कुछ और बयान करती है. हजारों बच्चों, औरतों और बूढों की जाने जान चुकी हैं. अब सवाल आता है कि आखिर फिलिस्तीन के नागरिक जाएं तो कहां जाएं? इस सब के बीच कुछ तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिसमें इजराइली सेना के जरिए फेंके हुए पर्चों को दिखाया गया है. आखिर ये पैंपलेट्स क्या हैं और इनमें क्या-क्या लिखा है.
इन पर्चों को अरबी में लिखा गया है ताकि गाज़ा में रहने वाले लोग इसे आसानी से पढ़ सकें. हमने इसे ट्रांसलेट करने की कोशिश की तो पता लगा कि पर्चे के ऊपर 'अरजेंट' लिखा हुआ है. इसके बाद अगली लाइन में लिखा है यह पर्चा सभी बुरेज, अल बदर, अल रावदा, अल-नुजरा, नॉर्थ कोस्ट, अल-साफा अल बुराक, अल जहरा, अल बवाजी और अल बसमा में रहने वाले लोगों के लिए है, जो साउथ वादी गाजा में रह रहे हैं.
इसके अलावा पर्चे में लिखा है यह उन लोगों के लिए है जो ब्लॉक 2220, 2210, 660, 6666..... में रह रहे हैं. यह जगह एक लड़ाई की जगह है. हम आपसे इसे तुरंत छोड़ने की गुजारिश करते हैं. आईडीएफ आपसे गुजारिश करता है कि आप इस इलाके को तुरंत खाली कर दें. आप डेर अल बलाह या फिर ह्यूमेटेरियन इलाके तल अल-सुल्तान में जा सकते हैं. इसके लिए आप अल-बाहर का रास्ता लें.
बता दें इजराइल की तरफ से फेंके जा रहे इन पर्चों का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि फिलिस्तीनियों के पास जाने के लिए अब कोई जगह नहीं बची है. जिन जगहों का इजराइल ने जिक्र किया है वहां भी सेना बम बरसा रही है. वहीं कई शेल्टर्स ऐसे हैं जहां रहने की जगह नहीं है, पीने का पानी नहीं है और न ही खाना है. बच्चों को अलग-अलग तरह की बीमारियां हो रही हैं. हेल्थ मिनिस्ट्री ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि गाजा में बच्चों में उल्टी दस्त के मामलों में कई गुना इजाफा हुआ है.
गाजा भुखमरी की कगार पर पहुंच रहा है. जानकारों का कहना है कि अगर यह युद्ध नहीं रोका गया तो फरवरी तक गाजा में अकाल पड़ सकता है. गाजा के लोग भूख से मर सकते हैं. इस मसले को लेकर इजराइल की मंशा साफ होती नजर आ रही है. जंग की शुरुआत में ही इजराइल के अधिकारियों ने कहा था कि वह गाजा को भूखा मारने वाले हैं. इजराइल के इस एक्शन की काफी देश निंदा तो कर रहे हैं, लेकिन खुलकर यहूदी देश के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रहा है.