त्रिपुरा में BJP की सरकार; साहा होंगे CM; जानिए, उनका यूपी-बिहार कनेक्शन
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त्रिपुरा में BJP की सरकार; साहा होंगे CM; जानिए, उनका यूपी-बिहार कनेक्शन

Tripura Assembly Election 2023, BJP-IPFT alliance gets majority: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 33 सीटें जीतकर बहुमत के जादुई आंकड़ें को पार कर लिया है. 

निवर्तमान मुख्यमंत्री माणिक साहा

Tripura Assembly Election 2023, BJP-IPFT alliance gets majority: भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन ने 60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में 31 सीटें जीतकर इस पूर्वोत्तर राज्य में लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी का रास्ता साफ कर दिया है. निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, भाजपा गठबंधन को 33 सीटें मिली हैं. भाजपा गठबंधन ने 33 सीटें जीतकर 60 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया. एनडीपीपी ने 21 सीटें जीती हैं जबकि भाजपा ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है. उल्लेखनीय हे कि एनडीपीपी और भाजपा ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था. एनडीपीपी ने 40 और भाजपा ने 20 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. 

हमारी जीत उम्मीद के मुताबिक हैः माणिक साहा 
इस बीच, निवर्तमान मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा, ‘‘भाजपा की जीत उम्मीद के मुताबिक है. हम इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे थे.  इस जनादेश के बाद हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है.’’ साहा ने टाउन बोरदोवाली सीट से अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार आशीष कुमार साहा को 1,257 वोटों से शिकस्त दे दी है.’’ भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद पिछले साल 15 मई को माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया था. माणिक साहा के दूसरी भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री होने की संभावना है.

डेंटल सर्जन से सीएम बनने का साहा का सफर 
भाजपा से 2016 में जुड़े माणिक साहा पिछले साल मुख्यमंत्री बनाए गए थे. बिपलव देब की जगह लेने के बाद उनके पास राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में सिर्फ 10 महीने बचे थे, लेकिन 16 फरवरी के विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार की छवि को बेहतर बनाने में वह कामयाब रहे. साहा ने 1970 के दशक की शुरुआत में अपनी स्कूली शिक्षा त्रिपुरा में की और फिर बिहार और उत्तर प्रदेश में अपनी उच्च शिक्षा हासिल की. पेश से डेंटल सर्जन साहा ने कम समय में ही सियासब में बड़ी कामयाबी हासिल की है. कभी कांग्रेस के वफादार माने जाने वाले साहा पिछले छह साल में लगातार आगे बढ़ते गए. मुख और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विशेषज्ञ साहा ने 2022 में उपचुनाव में राज्य की राजधानी अगरतला के बाहर स्थित टाउन बोरडोवाली से जीत हासिल की थी. राजनीति में आने से पहले साहा हापनिया स्थित त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर थे.  जनवरी में साहा ने ट्विटर पर साझा किया कि कैसे उन्होंने त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में लंबे अरसे बाद 10 साल के बच्चे की सर्जरी की. सोशल मीडिया पर लोगों ने डॉक्टर के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए उनकी तारीफ की थी और इसे प्रेरणादायी बताया था.

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