उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी के गांजा पर दिए बयान को लेकर हिन्दू समुदाय को लोगों में काफी गुस्सा है. हिन्दू समुदाय के लोगों ने अफजाल और अखिलेश यादव को वक्त रहते गलती सुधारने की चेतावनी दी है. आखिर अफजाल अंसारी ने गांजे को लेकर ऐसा क्या बोल दिया है जिससे हिन्दू समुदाय के लोग भड़क गए हैं. नीचे स्क्रॉल करके जानें पूरी खबर.
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UP News: गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी के गांजा पर दिए बयान को लेकर हिन्दू समुदाय लोगों में आक्रोश है. सपा नेता के बयान को लेकर हिन्दू समुदाय को लोगों ने अफजाल अंसारी और अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि सपा नेता लगातार हिंदू और हिन्दू संस्कृति को लेकर टिप्प्णी कर रहें हैं, इनको वक्त रहते समझना होगा, वरना हिंदू समाज इनके खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगा.वहीं, इस पर प्रयागराज के लोगों का कहना है कि साधू संत और कुंभ जैसी आदिकाल की परंपरा पर गैर-जिम्मेदाराना बयान बर्दाश्त के लायक नहीं है. अफजाल को दूसरे समुदाय पर टिप्प्णी करने का हक नहीं है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, लोकसभा सदस्य अफजाल अंसारी ने एक इंवरव्यू के दौरान गांजा को कानूनी वैधता देने की वकालत की थी. इसके लिए उन्होंने तर्क में कहा था कि गांजा को भगवान का प्रसाद कहा जाता है तो ऐसे में उसे गैरकानूनी क्यों माना जा रहा है? उन्होंने इसके आगे कहा था कि अगर कुंभ में एक मालगाड़ी गांजा चला जाए तो खप जाएगा. साधु-संत, महात्मा और समाज के बहुत लोग गांजा बड़े शौक से पीते हैं. इसलिए गांजा को कानून का दर्जा दे देना चाहिए. सांसद के इस बयान के बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गई है और लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है.
"गांजा भगवान का प्रसाद है तो गैरकानूनी क्यों?"; अफजाल
वहीं, शराब तस्करी के मुद्दे पर सांसद अफजाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नई शराब की दुकाने बंद कराएं. किसी भी मजहब में कहा गया है कि शराब की दुकानों का विस्तार हो. गांजा गैर-कानूनी है, लेकिन लोग खुलेआम गांजा का सेवन करते हैं. बड़े-बड़े धार्मिक प्रोग्राम में लोग गांजा पीते हैं. लोग भांग और गांजा को भगवान का प्रसाद कहकर पीते हैं. गांजा भगवान का प्रसाद है तो गैरकानूनी क्यों है? गांजा कानूनन गैर-कानूनी है तो पीने की छूट क्यों? यह सरकार की दोहरी नीति है.
AIMJ ने अफजाल के बयान पर व्यक्त की तीखी प्रतिक्रिया
वहीं, इस पूरे विवाद पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के नेशनल प्रेसिडेंट मौलाना शहाबुद्दीन बरेली ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि जब यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार थी तब भी कुंभ में साधु संत गांजा पीते थे. लेकिन उस वक्त उनका इस की तरफ ध्यान नहीं गया. अब भाजपा सरकार में उन्हें गांजा के पीने की बात दिखाई दे रही है. उन्होंने कहा कि अगर वह गांजा पर बैन लगाने के इतने ही हितैषी हैं तो जब प्रदेश में सपा गवर्नमेंट थी तो उस वक्त उन्होंने अपने पार्टी प्रेसिडेंट से इस बात को क्यों नहीं कहा?
AIMJ ने अफजाल को दी ये नसीहत
साथ ही उन्होंने अफजाल अंसारी को नसीहत देते हुए कहा है कि उनकी सरकार में जो भी गलत होता था वह सपा आलाकमान को और ना उनके नेताओं को दिखता था. लेकिन भाजपा सरकार में जरा सी बात पर वह लंबा चौड़ा बयान जारी कर देते हैं. उन्होंने सांसद अंसारी को अपने कार्यकाल में हुए को हुए गलत काम को जानने की सलाह दी है.