इसकी अहम वजह यह है कि 18 साल से कम और 65 साल से ज्यादा की उम्र के लोग इस बार हज के लिए नहीं जा सकेंगे.
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नई दिल्ली: केंद्र सरकार की तरफ से हज 2021 की तैयारियां तेज हो गई हैं. कोरोना गाईड लाइंस को लेकर एक तरफ जहां मोदी सरकार अलर्ट नजर आ रही है. वहीं सूबाई हज कमेटियां हज पर जाने वालों की कमी पर सोच विचार कर रही हैं. कोरोना की दहशत और नई शर्तों की वजह से फार्म भरने वालों की तादाद में भारी कमी देखी जा रही है.
इसकी अहम वजह यह है कि 18 साल से कम और 65 साल से ज्यादा की उम्र के लोग इस बार हज के लिए नहीं जा सकेंगे. तेलंगाना हज कमेटी के चेयरमैन के मुताबिक पिछले साल की सारे जमा पैसों को अप्लाई करने वालों को वापस कर दिया गया लेकिन 10 जनवरी तक आनलाईन अप्लाई की आखिरी तारीख के बावजूद अभी तक 3500 भी नहीं पहुंच पाई है. जबकि पिछले साल रियासत में दस हजार से ज्यादा लोगों ने फार्म जमा किये थे लेकिन कोरोना की वजह से हज का सफर मुकम्मल नहीं कर पाने से उनमें काफी मायूसी हुई थी.
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इस्लाम की पांच अहम बुनियादों में से एक हज का भी है. इसलिए इस्लमा पर ईमान रखने वाले अपने जिंदगी में एक बार हक पर जरूर जाने की ख्वाहिश रखते हैं. दुनिया के कई मुल्कों से लोग जवानी में ही हज पर जाने की कोशिश करते हैं लेकिन हिंदुस्तान में तमाम दुनियावी कामों से फारिग होने के बाद लोग इस मुबारक सफर पर जाना चाहते.
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इससे पहले केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्ताब अब्बास नकवी ने बताया था कि हिंदुस्तान से हज पर जाने वालों को टीका लगाने की तैयारी की जा रही है. इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि हज पर जाने के लिए फार्म भरने की आखिरी तारीख 10 जनवरी है और अब तक 700 महिलाओं ने मेहरम (बगैर किसी मर्द साथ के जाने वाली) के बगैर हज पर जाने के लिए अर्ज़ी दी है. जबकि पिछले बिना मेहरम के जाने के लिए 2100 महिलाओं ने अर्ज़ी दी थी.
पहली बार वसूली जाएगी फीस
जानकारी के मुताबिक सऊदी अरब इस साल पहली बार आज़मीन हज से वीजा फीस के नाम पर 300 रियाल वसूलेगा. जोकि करीब 6 हज़ार से ज्यादा हिंदुस्तानी रुपये बनते हैं.
45 सीटर में बस में बैठेंगे सिर्फ 15 लोग
इससे पहले खबरें थीं कि आज़मीन हज को हज के दौरान (हज के लिए जाने वाले लोग) एक से दूसरी जगह ले जाते वक्त बसों में भी सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल करना होगा और 45 सीटर बस में सिर्फ 15 लोग हो सवार हो सकेंगे. सऊदी अरब सरकार लोगों की तादाद के हिसाब से किराया वसूल करेगी. इसके अलावा बस में सैनिटाइज़र का इंतेज़ाम होगा. हर आज़मीन के लिए मास्क लाज़मी होगा.
गर्भवती (हामला) महिलाएं नहीं जा सकेंगी:
एक खबर के मुताबिक इस बार हज पर जाने के लिए हामला महिलाओं को इजाज़त नहीं दी जाएगी. इसके अलावा कैंसर, किडनी, दिल के मरीज़ भी हज पर नहीं जा सकेंगे. वहीं 18 साल से कम और 65 साल से ज्यादा की उम्र के लोग भी इस साल हज से महरूम रहेंगे.