दरअसल, नए खेती कानूनों की हिमायत में भाजपा ने इंदौर में किसान सम्मेलन इनेकाद (आयोजित) किया था. सम्मेलन में आए लोगों को खिताब करते हुए विजयवर्गीय ने ये बयान दिया.
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इंदौर: भाजपा के कौमी जनरल सेक्रेटरी (राष्ट्रीय महासचिव) कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने कमलनाथ सरकार गिराने को लेकर बड़ा बयान दिया है, विजयवर्गीय ने कहा कि 'मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने में अगर किसी का अहम किरदार था तो वो पीएम नरेंद्र मोदी का था.'
खेती कानूनों की हिमायत में 1 लाख ट्रैक्टर लेकर 4 लाख किसान दिल्ली पहुंच जाएंगे: विजयवर्गीय
विजयवर्गीय ने कहा कि 'आपको पर्दे के पीछे की बात बता रहा हूं, किसी को बताना मत, ये बात मैंने आज तक किसी को नहीं बताई, पहली बार इस मंच पर बता रहा हूं कि कमलनाथ जी की सरकार गिराने में अगर किसी का अहम किरदार था तो नरेंद्र मोदी जी का था.'
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दरअसल, नए खेती कानूनों की हिमायत में भाजपा ने इंदौर में किसान सम्मेलन इनेकाद (आयोजित) किया था. सम्मेलन में आए लोगों को खिताब करते हुए विजयवर्गीय ने ये बयान दिया. साथ ही खेती कानूनों को लेकर उन्होंने कहा कि कानूनों की हिमायत में 1 लाख ट्रैक्टर पर सवार होकर 4 लाख किसान दिल्ली पहुंच जाएंगे.
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कमलनाथ सरकार गिराए जाने वाले बयान पर कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर बीजेपी पर हमला किया है. उन्होंने लिखा कि 'मुल्क के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस की चुनी हुई आईनी हुकूमतों (संवैधानिक सरकारों) को गैरआईनी (असंवैधानिक) तरीके से गिराते हैं. यह खुद भाजपा के ही कौमी जनरल सेक्रेटरी कैलाश विजयवर्गीय कह रहे हैं. कैलाश विजयवर्गीय ने खुद कांग्रेस के इल्जामात की तस्दीक की है.
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस की चुनी हुई संवैधानिक सरकारो को असंवैधानिक तरीक़े से गिराते है।
यह ख़ुद भाजपा के ही राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय कह रहे है।एमपी की कमलनाथ सरकार को मोदी जी ने ही प्रमुख भूमिका निभा गिराया।
कांग्रेस के आरोपो की पुष्टि... pic.twitter.com/IRyR4ZDGPz— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) December 16, 2020
बता दें कि एमपी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीते मार्च महीने में बीजेपी का दामन थाम लिया था, उनके साथ 22 विधायक अपने ओहदे से इस्तीफा देकर भाजपा में आ गए थे, जिसके बाद कमलनाथ सरकार अक्सरियत से बाहर हो कर गिर गई थी.
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फिर शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार मध्य प्रदेश के सीएम पद का हलफ लिया. बीते महीने 28 सीटों पर हुए जिमनी इंतेखाबात (उपचुनाव) में भाजपा ने 19 सीटों पर जीत दर्ज कर असेंबली में मुकम्मल अक्सरियत हासिल कर ली.
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