Row erupts over Kamal Nath attends Sikh religious Programme : यह मामला मध्य प्रदेश के इंदौर का है, जहां खालसा कॉलेज में आयोजित एक मजहबी प्रोग्राम में कांग्रेस नेता कमलनाथ को बुलाकर उनका सम्मान करने पर धार्मिक सिख नेता ने ऐतराज जताया है.
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इंदौरः मध्यप्रदेश के इंदौर में गुरु नानक जयंती पर सिखों के एक मजहबी प्रोग्राम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के पहुंचने पर पंथ के मशहूर कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी के बयान को लेकर विवाद पैदा हो गया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस बयान में कानपुरी ने हालांकि कमलनाथ का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने साल 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कत्ल के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों की तरफ साफ इशारा किया और धार्मिक प्रोग्राम में राजनेताओं को बुलाकर उनका इस्तकबाल और इज्जत किए जाने पर सख्त नाराजगी जताई है.
आप किस सिद्धांत की बात करते हो?
शहर के खालसा कॉलेज में मंगलवार को आयोजित एक प्रोग्राम के दौरान राज्य कांग्रेस समिति के सद्र और मध्य प्रदेश के साबिक मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा भाजपा के पूर्व लोकसभा सदस्य कृष्णमुरारी मोघे भी मौजूद थे. चश्मदीदों ने बताया कि आयोजकों ने इन राजनेताओं को मेमोरेंडम देकर सम्मान किया जिससे कीर्तन के प्रोग्राम में आधे घंटे की देरी हुई. कानपुरी ने कमलनाथ के जाने के बाद आयोजकों को फटकार लगाते हुए कीर्तन के मंच से पंजाबी में कहा,‘‘ आप किस सिद्धांत की बात करते हो? आपको टायर डाल कर जला दिया गया था, फिर भी आप नहीं सुधरते. आपको कैसी राजनीति करनी है?’’
मैं भाई मनप्रीत सिंह जी कानपुरी द्वारा आज इंदौर गुरुद्वारा साहिब में कांग्रेसी नेता कमलनाथ को सम्मान दिये जाने के विरोध का समर्थन करता हूँ। सिखों के क़ातिलों को गुरुद्वारा साहिब में सिरोपा देने पर मनप्रीत सिंह जी ने कड़ी आपत्ति जतायी
संगत भाई मनप्रीत जी की भावनाओं की कदर करती है pic.twitter.com/HVZHxgWosL
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) November 8, 2022
प्रोग्राम वाली जगह का शुद्धिकरण किया
इस वाकये के सियासी तूल पकड़ने के बीच बुधवार को भाजपा के घोषित कार्यक्रम के मुताबिक सिख समुदाय के लोगों के एक समूह ने मजहबी आयोजन में कमलनाथ को बुलाए जाने पर ऐतराज जताया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने अमृतसर के दरबार साहिब गुरुद्वारे का पवित्र जल और दूध छिड़ककर इंदौर के खालसा कॉलेज के उस प्रोग्राम वाली जगह का शुद्धिकरण किया जहां मंगलवार को कमलनाथ आए थे. प्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रहे मकामी भाजपा नेता ऋषि सिंह खनूजा ने कहा,‘‘ सिखों के मजहबी प्रोग्राम में कमलनाथ को बुलाकर उनका स्वागत-सम्मान और गुणगान किए जाने से हम बेहद नाराज हैं. हम 1984 के दंगों के मामले में कमलनाथ को जेल की सलाखों के पीछे देखना चाहते हैं.’’
कांग्रेस ने क्या कहा ?
कांग्रेस ने खालसा कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम के विवादास्पद घटनाक्रम को भाजपा के कुछ लोगों द्वारा प्रायोजित साजिश करार दिया है. कांग्रेस नेता मिश्रा ने कमलनाथ का बचाव करते हुए यह भी कहा कि गुरु नानक के दरबार में मत्था टेकना हर भारतीय का हक है और गुरु नानक जयंती के कार्यक्रम में कमलनाथ के पहुंचने पर मकामी सिख समुदाय ने कोई ऐतराज नहीं जताया था.
भाजपा ने कहा, कांग्रेस से और क्या उम्मीद की जा सकती है
वहीं, दूसरी जानिब राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘जिस तरह पुरातन काल में आसुरी शक्तियां साधु-संतों के यज्ञ में विघ्न डालती थीं, इंदौर के इस कार्यक्रम में कमोबेश उसी तरह का आचरण किया गया. 1984 के नरसंहार के आरोपियों से भला और क्या उम्मीद की जा सकती है.
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