'कश्मीर में पर्यटक और अमरनाथ यात्री सुरक्षित हैं कश्मीरी पंडित नहीं'
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam1305799

'कश्मीर में पर्यटक और अमरनाथ यात्री सुरक्षित हैं कश्मीरी पंडित नहीं'

Kashmiri Pandit: हाल ही में कश्मीर में मजदूरों, आम नगरिकों और कश्मीरी पंडितों को टार्गेट किलिंग के जरिए निशाना बनाया गया है. इसी के पेशे नजर कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति ने कश्मीरी पंड़ितों से कश्मीर छोड़ने का अह्वान किया है.

'कश्मीर में पर्यटक और अमरनाथ यात्री सुरक्षित हैं कश्मीरी पंडित नहीं'

Kashmiri Pandit: श्रीनगर स्थित स्थानीय पंडितों के संगठन कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति (KPSS) के अध्यक्ष संजय कुमार टिक्कू ने मंगलवार को इस अल्पसंख्यक समुदाय के सभी सदस्यों को घाटी छोड़ने के लिए कहा. शोपियां जिले के चोटिगम गांव में मंगलवार को सुनील कुमार की निर्मम हत्या और उनके भाई पीतांबर उर्फ पिंटू को गंभीर रूप से घायल करने के बाद में एक कड़ा बयान जारी करते हुए, टिक्कू ने सभी स्थानीय पंडितों को घाटी छोड़ने के लिए कहा.

कश्मीर छोड़ने का किया अनुरोध

केपीएसएस के बयान में कहा गया है, "कश्मीर घाटी में कोई भी कश्मीरी पंडित सुरक्षित नहीं है. कश्मीरी पंडितों के लिए, केवल एक ही विकल्प बचा है कि वह कश्मीर छोड़ दें या धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा मारे जाएं, जिन्हें स्थानीय आबादी का समर्थन प्राप्त है."

सभी कश्मीरी पंडितो को है मारने का प्लान

संजय कुमार ने कहा कि "कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर एक और घातक हमले के साथ आतंकवादियों ने यह साफ कर दिया है कि वे कश्मीर घाटी में सभी कश्मीरी पंडितों को मारने जा रहे हैं."

यह भी पढ़ें: बिहार विधानसभा में विपक्ष के लिए BJP ढूंढ रही तेज तर्रार नेता, इन नामों पर हो रही चर्चा

यात्री हैं सुरक्षित

बयान में आरोप लगाया गया कि कश्मीर में पर्यटक और अमरनाथ यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन गैर स्थानीय मुस्लिम और कश्मीरी पंडित आतंकवादियों के निशाने पर हैं. बयान में सरकार पर कश्मीरी पंडित समुदाय की रक्षा करने में कथित विफलता के लिए भी आरोप लगाया गया है. 

हमले में मारे गए कई लोग

एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते बांडीपुरा जिले के सुंबल टाउन में बिहार का एक मजदूर टार्गेट किलिंग में मारा गाय. 4 अगस्त को पुलवामा के गडोरा में हुए ग्रेनेड हमले में बिहार का एक मजदूर मरा गया जबकि दो मजदूर घायल हो गए. इसके बाद आज यानी मंगलवार को शोपियां जिले के चोटिगम गांव में सुनील कुमार की निर्मम हत्या कर दी गई. हमले में उनके भाई पीतांबर उर्फ पिंटू को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया. बताया जाता है कि इस साल टारगेट किलिंग में कम से कम 25 लोगों ने अपनी जान गवांई है.

इसी तरह की और खबरों को पढ़ने के लिए Zeesalaam.in पर विजिट करें.

Trending news