IAS शाह फैसल ने प्रशासनिक सेवा में की वापसी, पर्यटन मंत्रालय में बने उपसचिव
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IAS शाह फैसल ने प्रशासनिक सेवा में की वापसी, पर्यटन मंत्रालय में बने उपसचिव

जम्मू कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले IAS शाह फैसल (Shah Faisal) ने प्रशासनिक सेवा में वापसी कर ली है. उन्हें पर्यटन मंत्रालय में उपसचिव बनाया गया है. फैसल ने साल 2019 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

 

IAS शाह फैसल ने प्रशासनिक सेवा में की वापसी, पर्यटन मंत्रालय में बने उपसचिव

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के IAS अधिकारी शाह फैसल (Shah Faisal) ने फिर से प्रसाशनिक सेवा में आ गए हैं. कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने जम्मू कश्मीर के IAS शाह फैसल को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय में उपसचिव के तौर पर नियुक्त किया है. केंद्र सरकार ने अपने एक आदेश में यह जानकारी दी है.

कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने दी जानकारी

केंद्र सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने 2 दिन पहले के अपने आर्डर में कहा है कि जम्मू कश्मीर के IAS अधिकारी शाह फैसल को पर्यटन मंत्रालय में उप सचिव के तौर पर नियुक्ति देकर बहाल किया गया है. 

केंद्र सरकार ने स्वीकार किया था आवेदन

हाल ही में शाह फैसल ने प्रशासनिक सेवा में आने के लिए आवेदन किया था, जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया था. अब कुछ ही महीने के बाद केंद्र सरकार ने शाह फैसल को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है. शाह फैसल ने साल 2010 में IAS परीक्षा में टॉप किया था. 

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बनाई थी राजनीतिक पार्टी

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर कैडर के 2010 के IAS शाह फैसल ने जनवरी 2019 में अपनी सरकारी सेवाओं से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद शाह फैसल ने अपनी खुद की जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) नाम की राजनीतिक पार्टी बनाई थी. हालांकि उन्होंने साल 2020 में ही राजनीति से किनारा कर लिया था और सोशल मीडिया में दोबारा प्रशासनिक सेवा में आने का इरादा जताया था.

सोशल मीडिया से वापस आने का दिया था इशारा

अपने इस्तीफा देने के तीन सालबाद शाह फैसल ने सोशल मीडिया पर लिखा था और कहा था कि वह फिर से नई शुरूआत करने के लिए उत्साहित हैं. फैसल ने ट्वीट में लिखा था कि "मेरे जीवन के 8 महीने (जनवरी 2019-अगस्त 2019) इतने भारी रहे कि मैं लगभग समाप्त हो गया था. एक कल्पना का पीछा करते हुए मैंने लगभग वह सब कुछ खो दिया जो मैंने वर्षों में बनाया था. काम, मित्र, प्रतिष्ठा, सार्वजनिक सद्भावना सब. लेकिन मैंने कभी उम्मीद नहीं खोई. मेरे आदर्शवाद ने मुझे निराश किया." उन्होंने लिखा था कि "लेकिन मुझे खुद पर भरोसा था कि मैं अपने द्वारा की गई गलतियों को सुधारूंगा. जिदगी मुझे एक और मौका देगी. मेरे जीवन का एक हिस्सा उन 8 महीनों की यादों से थक गया है और उस विरासत को मिटाना चाहता है. बहुत कुछ मिट चुका है, बाकी समय मिटा देगा." (इंपुट आईएएनएस से)

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