President Election: राष्ट्रपति चुनाव आज, द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिंन्हा में भिडंत
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President Election: राष्ट्रपति चुनाव आज, द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिंन्हा में भिडंत

President Election 2022: आज राष्ट्रपित पद के लिए चुनाव होने हैं. अगर चुनाव में NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतती हैं तो वह पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनेंगी. 

Yashwant Murmu

President Election 2022: आज देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव होना है. चुनाव में देश के तकरीबन 48,00 निर्वाचित सांसद और विधायक मतदान करेंगे. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की तरफ से द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) जबकि विपक्ष की तरफ से यशवंत सिंहा (Yashwant Sinha) को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है.

यह वोटिंग संसद भवनों और राज्य विधानसभाओं के भवनों में होगी. राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव आज होंगे जबकि वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी. 25 जुलाई को चुना गया राष्ट्रपति अपने पद की शपथ लेगा.

मुर्मू को इन दलों का है समर्थन

द्रौपदी मुर्मू को भाजपा के अलावा बीजू जनता दल, YSR कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मनेत्र कषगम, जनता दल, तेलुगु देशम पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना और झारखंड मुक्ति मोर्चा का समर्थन है. 

पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी

द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने के चांसेस ज्यादा हैं क्योंकि उनके समर्थन में तकरीबन दो तिहाई वोट हैं. अगर वह राष्ट्रपति बनती हैं तो इस पद पर पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला बन सकती हैं.

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आदिवासी खुश हैं

चुनाव से एक दिन पहले NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि "मेरे नामांकन से आदिवासियों और महिलाओं में उत्साह है. देश में लगभग 10 करोड़ आदिवासी हैं और उनके 700 से ज्यादा समुदाय हैं और वे सभी मेरे नामांकन से खुश हैं." 

यशवंत सिंहा ने क्या कहा?

उधर विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए गए यशवंत सिंहा ने एक ट्वीट की जरिए कहा "संविधान यह व्यवस्था देता है कि चुनाव गोपनीय होगा और किसी पार्टी का व्हिप लागू नहीं होगा, जिसका अर्थ है विधायक और सांसद खुद यह तय कर सकते हैं कि वे किसके पक्ष में मतदान करना चाहते हैं." सिंहा ने आगे कहा कि "इस बार राष्ट्रपति पद का चुनाव असाधारण परिस्थितियों में हो रहा है. देश के सामने कई मोर्चों पर कई तरह की दिक्कतें हैं लेकिन सबसे बड़ी परेशानी है कि अपने संविधान को कैसे बचाया जाए."

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