Health Benefits of Wudu: इस्लाम में वजू की बड़ी फजीलत है. आज हम आपको इस खबर में बता रहे हैं कि वजू करने के कौन से वैज्ञानिक फायदे हैं. पढ़ें पूरी खबर.
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Health Benefits of Wudu: इस्लाम मजहब में हर मुस्लमान पर 5 वक्त की नमाज फर्ज हैं. नमाज से पहले वजू करना फर्ज है. इसलिए मुसलमान नमाज पढ़ने से पहले वजू करते हैं. खास तरह से सिलसिलेवार तरीके से हाथ, मुंह और पैर धोने को वजू कहते हैं. वजू के बारे में हदीस भी है. आज हम आपको बता रहे हैं कि वजू करने के क्या वैज्ञानिक फायदे होते हैं.
वजू करने के वैज्ञानिक फायदे
1. एक रिसर्च से ये साबित हो चुका है कि वजू करने से बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं.
2. वजू करने से ब्लड प्रेशर काबू में रहता है, इससे खून की दौड़ान बराबर होती रहती है.
3. सोने से पहले वजू करने से जिस्म तरोताजा रहता है.
4. कई जानकार मानते हैं कि सोने से पहले हाथ, पैर, मुंह और आंखें धोना चाहिए.
5. वजू के दौरान नाक धोने से ममाइक्रोबिक बीमारियां नहीं होती.
6. वजू के दौरान हाथ धोने से हाथ के कीटाणु मर जाते हैं. कुल्ली करने से मुंह साफ रहता है.
7. वजू के दौरान चेहरा धोने से स्किन मजबूत होती है और थकान से राहत मिलती है.
8. वजू करने से हम अपनी स्किन को कई रोगों (Skin Disease) से बचा सकते हैं.
वजू में फर्ज?
1. नाक और मुंह समेत चेहरे को धोना.
2. कोहनी समेत दोनों हाथ धोना.
3. पूरे सिर का मसह करना.
4. टखनों समेत दोनों पैर धोना.
5. वजू के अंगों के बीच तर्तीब (क्रम) रखना.
6. उन जगहों को बिना गैप किए लगातार धोना.
वजू में सुन्तें
1. मिस्वाक करना. यह कुल्ली करते वक्त करना होता है.
2. वुज़ू के शुरू में चेहरा धोने से पहले दोनों हथेलियों को तीन बार धोना.
3. चेहरा धोने से पहले कुल्ली करने और नाक में पानी चढ़ाना.
4. घनी दाढ़ी में अंदर तक और दोनों हाथों, दोनों पैरों की उंगलियों के बीच पानी पहुंचाना.
5. दाहिने हाथ और दाहिने पैर से शुरूआत करना.
6. चेहरा, हाथ और पैर को एक से ज्यादा बार या तीन बार धोना.
वजू पर हदीस
वजू के बारे में हदीस में आता है. कि "अब्दुल्लाह इब्ने उमर र. नबी स. से रिवायत करते हैं कि जिबरील अ. ने आप स. से पूछा कि इस्लाम क्या है? आप स. ने जवाब दिया: इस्लाम यह है कि तुम अल्लाह की तौहीद और मोहम्मद स. के अल्लाह के पैगंबर होने की गवाही दो, नमाज कायम करो, जकात दो, हज और उमरा करो, नहाने की जरूरत पड़ जाए तो नहाओ, ठीक ढंग से वुजू करो और रमजान के रोजे रखो. जिबरील अ. ने कहा: अगर मैं ये सब कर लूं तो 'मुस्लिम' हो जाऊंगा? आप स. ने फरमाया हां." (हदीस: अल-मुंजिरी)