48 साल बाद हो रही इंटरनेशनल डेयरी कॉन्फ्रेंस, 91 विदेशी एक्सपर्ट्स शामिल, जानें ख़ासियत
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48 साल बाद हो रही इंटरनेशनल डेयरी कॉन्फ्रेंस, 91 विदेशी एक्सपर्ट्स शामिल, जानें ख़ासियत

World Dairy Summit: विश्व डेरी सम्मेलन ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आज से शुरू हो गया है. जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है. यह सम्मेलन आज से शुरू होकर 15 सितंबर तक चलेगा. जिसमें बहुत सी ख़ास बातें शामिल हैं.

48 साल बाद हो रही इंटरनेशनल डेयरी कॉन्फ्रेंस, 91 विदेशी एक्सपर्ट्स शामिल, जानें ख़ासियत

World Dairy Summit: ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आज से विश्व डेरी सम्मेलन (World Dairy Summit) शुरू हो रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) थोड़ी देर में ग्रेटर नोएडा पहुंचकर वर्ल्ड डेयरी समिट-200 का उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, भूपेंद्र भाई पटेल और बसवराज बोम्बई भी मौजूद रहेंगे. बता दें कि यह सम्मेलन आज से शुरू होकर 15 सितंबर तक चलेगा. जिसमें 24 सत्र होंगे और इसमें 50 देश के विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से पहले रविवार को ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा पहुंचकर तैयारियों को जायज़ा ले चुके हैं.

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जानें समिट की कुछ ख़ास बातें

800 से ज़्यादा किसान लेंगे भाग 
इस ख़ास सम्मेलन में 800 से ज़्यादा किसान भाग लेंगे. ये ख़ास इसलिए है क्योंकि भारत में 48 साल बाद इंटरनेशनल डेयरी कॉन्फ्रेंस हो रही है. इसमें  अलग-अलग दिन करीब 24 सत्रों में एक्सपर्ट्स अपनी बात रखेंगे और अपने अनुभव को साझा करेंगे. इसमें 91 विदेशी और करीब 65 भारतीय विशेषज्ञ दुनियाभर में इनोवेशन व डेयरी उद्योग को विकसित करने पर राय रखेंगे.  

पाल्यूशन फ्री कार्यक्रम
इस सम्मेलन की सबसे ख़ास बात ये है कि ये कार्बन न्यूट्रल होगी यानी किसी तरह का कोई प्रदूषण नहीं होगा. कार्यक्रम की पावर सप्लाई साढ़े तीन मेगावाट सोलर एनर्जी से होगी. इसके अलावा खाने पीने की चाज़ों में प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं होगा. आने वाले गेस्ट को प्रोग्राम तक लाने के लिए इलेक्ट्रीकल व्हीकल से पहुंचाया जाएगा.

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देशभर की दूध कंपनियों ने लगाई स्टॉल
इस एग्जीबिगशन में अमूल, मदर डेयरी, नंदिनी जैसी प्रमुख दूध उत्पादक कंपनियों ने भी हिस्सा लेकर अपनी अपनी स्टॉल लगाई हैं. जिसमें वह बताएंगे की भारत में श्वेत क्रांति कैसे लेकर आए. ये एग्जीबिशन 6900 वर्गमीटर लगाई गई है.

दूध से बनाई मिटाईयों का मैप
विभिन्न राज्यों की फेमस मिठाईयों को दिखाया गया है. इसमें कुल 61 वह मिठाईयां है जो दूध से बनी हैं. वर्ल्ड डेयरी समिट में इन 61 मिठाइयों को 'मिठाई मैप ऑफ इंडिया' नामक होर्डिंग्स पर दिखाया किया गया है. 

पशुपालकों पर बनी शॉर्ट फिल्म
इस सम्मेलन में एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई जाएगी. जिसमें बताया जाएगा कि भारत के छोटे छोटे पशुपालकों ने, ख़ासकर महिलाओं ने कैसे दूध उत्पादन में नंबर वन पहुंचाया है. पिछले आठ साल में देश में दूध उत्पादन में 44% से ज़्यादा बढ़ोटरी हुई है.

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