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नई दिल्ली: हिंदू धर्म के पंचांग के अनुसार, जब गुरु की राशि मीन या धनु में भगवान सूर्य गोचर करते हैं तो उसे खरमास (Kharmas 2021) कहते हैं. खरमास को मलमास (Malmas) या अधिक मास (Adhik Mas) भी कहा जाता है. आज रविवार से खरमास शुरू हो चुका है.
हिंदू धर्म में मान्यता है कि खरमास (Kharmas 2021) में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. इस मास में कुछ विशेष नियमों का पालन करना होता है. ऐसा करने से भक्त पर सूर्य देव की कृपा होती है. इसके अलावा सुख-समृद्धि भी मिलती है. तो जानिए खरमास में कौन से काम करने चाहिए और कौन नहीं.
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- खरमास में वैवाहिक कार्य, भूमि पूजन, गृह प्रवेश, तिलकोत्सव और मुंडन आदि मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. ऐसा करना अशुभ होता है.
- खरमास में बेड पर नहीं सोना चाहिए. इस महीने जमीन पर सोना सही बताया गया है. ऐसा करने से भगवान सूर्य की कृपा होती है.
- खरमास में पत्तल पर खाना खाने को बहुत शुभ माना गया है. इस महीने थाली में खाना नहीं खाना चाहिए.
- खरमास में भूलकर भी झूठ नहीं बोलना चाहिए. इसके अलावा लड़ाई-झगड़े से भी दूर रहना चाहिए.
- खरमास में मांस और शराब का सेवन भी वर्जित है.
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- खरमास में विधि-विधान से सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए. इससे भगवान सूर्य की कृपा मिलती है.
- खरमास में भगवान विष्णु की पूजा करना फलदायी होता है. ऐसा करने से घर में धन की देवी लक्ष्मी जी का वास होता है.
- खरमास में सेवा करने का बहुत महत्व है. इस दौरान ब्राह्मण, गुरु, गरीब, गाय और साधुओं की सेवा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं.
- खरमास में सूर्योदय से पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए. सुबह नहाने के बाद भगवान की उपासना करनी चाहिए. सूर्य देव को अर्घ्य भी देना चाहिए. ऐसा करने से सुख-समृद्धि मिलती है.
- खरमास में तुलसी की आराधना भी करनी चाहिए. शाम को तुलसी के पौधे के नीचे देसी घी का दीपक जलाना चाहिए.
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