आगरा की पहचान ताजमहल और पंछी पेठे के लिए है. आगरा की जनता ने लोकसभा चुनाव में हरेक पार्टी पर जमकर प्यार लुटाया है. आगरा लोकसभा क्षेत्र में 5 असेंबली सीटें छावनी, जलेसर, आगरा उत्तर, आगरा दक्षिण और एत्मादपुर शामिल हैं. इन सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. इस सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या करीब 19 लाख है. वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी रहे एसपी सिंह बघेल ने इनमें से 56 प्रतिशत वोट हासिल करके इलेक्शन जीता था. आगरा सीट के जातीय समीकरणों की बात की जाए तो यहां सबसे ज्यादा आबादी वैश्य समुदाय है. उनकी संख्या करीब 3.15 लाख बताई जाती है. इसके बाद मुस्लिम और दलित वोटर्स आते हैं, जिनकी तादाद करीब 3-3 लाख है. बघेल वोटर्स की संख्या 1 लाख 30 हजार के करीब है. इनके अलावा गुर्जर, जाट, राजपूत, बनिया, पाल, सैनी, कुशवाह समेत दूसरी जातियां भी छोटी संख्या में मौजूद हैं. दलित और मुसलमानों की बड़ी संख्या होने के बावजूद बीएसपी का इस सीट पर खाली हाथ रहना राजनीतिक पंडितों को हैरान करता है.
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