Electric Cars: भारत की ऑटो इंडस्ट्री आने वाले कुछ सालों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की भरमार के लिए तैयार है. दरअसल, सरकार की तरफ से एनवायरमेंट फ्रेंडली मोबिलिटी सॉल्यूशंस को बढ़ावा देने के लिए नई नीति लाई गई है.
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Upcoming Electric Cars: भारत की ऑटो इंडस्ट्री आने वाले कुछ सालों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की भरमार के लिए तैयार है. दरअसल, सरकार की तरफ से एनवायरमेंट फ्रेंडली मोबिलिटी सॉल्यूशंस को बढ़ावा देने के लिए नई नीति लाई गई है. इसी नीति के चलते मारुति सुजुकी, हुंडई, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स जैसी बड़ी कंपनियां अलग-अलग सेगमेंट में ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए नए इलेक्ट्रिक मॉडल लॉन्च करने की तैयारी में हैं.
महिंद्रा एंड महिंद्रा के सीईओ ऑटोमोटिव सेक्टर नलिनीकांत गोलागुंटा ने कहा कि जनवरी 2025 से कंपनी आने वाले सालों में पांच नए बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पेश करेगी. उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि 2027 तक हमारे पोर्टफोलियो का 20-30% हिस्सा इलेक्ट्रिक होगा."
मारुति सुजुकी इंडिया के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (कॉर्पोरेट अफेयर्स) राहुल भारती ने कहा कि ऑटो कंपनियां ईवी में गंभीरता से निवेश कर रहा है. उन्होंने कहा, "हम वित्त वर्ष 2024-25 में 550km रेंज वाली ईवी का उत्पादन शुरू करेंगे और अगले 7-8 सालों में लगभग 6 ईवी मॉडल होंगे."
हुंडई मोटर इंडिया के सीओओ तरुण गर्ग ने कहा कि कई उद्योग अनुमानों के अनुसार, 2030 तक भारतीय ऑटोमोटिव बाजार में ईवी के लगभग 20% योगदान का अनुमान है. हुंडई ने तमिलनाडु में 10 सालों में लगभग 26,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है. इस निवेश में राज्य में बैटरी असेंबली प्लांट स्थापित करना भी शामिल होगा.
टाटा मोटर्स के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य 2026 तक 10 ईवी लाने का है. कंपनी की योजना इस साल चार और ईवी मॉडल पेश करने की है, जिसमें कर्व ईवी और हैरियर ईवी शामिल हैं. वहीं, लक्जरी कार निर्माता भी अपने ईवी लाइनअप को बढ़ाने के लिए कमर कस रहे हैं.
मर्सिडीज इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, "हमने बाजार में निवेश किया है. 2024 में 12 से ज्यादा नए उत्पादों लाने की योजना है. इनमें से तीन कारें ईवी होंगी.'
(एजेंसीज)