अतुल सुभाष सुसाइड केस: 'क्या मेरा पोता जिंदा है'? बहू निकिता और समधन निशा की गिरफ्तारी के बाद छलका दादा का दर्द
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अतुल सुभाष सुसाइड केस: 'क्या मेरा पोता जिंदा है'? बहू निकिता और समधन निशा की गिरफ्तारी के बाद छलका दादा का दर्द

Bengaluru techie suicide: बेंगलुरू में टेक एक्सपर्ट AI इंजीनियक अतुल सुभाष का अंतिम संस्कार करने के बाद पिता पवन कुमार मोदी (Pawan Kumar Modi) ने बहू निकिता सिंहानिया, समधन निशा सिंघानिया और बेटे के साले अनुराग की गिरफ्तारी के बाद पोते की जान को खतरा बताते हुए फौरन उसकी कस्टडी दिलाने की मांग की है.

 

अतुल सुभाष सुसाइड केस: 'क्या मेरा पोता जिंदा है'? बहू निकिता और समधन निशा की गिरफ्तारी के बाद छलका दादा का दर्द

Atul Subhash Father Demands Grandson custody: बेंगलुरु में सुसाइड करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष (Atul Subhash suicide) के पिता पवन कुमार मोदी ने बेटे के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग दोहराते हुए कहा कि बेटे की आखिरी इच्छा का ध्यान रखते हुए, जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता, वो अतुल की अस्थियों का विसर्जित नहीं करेंगे. इस बीच अपनी बहू निकिता सिंघानिया, समधन निशा सिंघानिया और बेटे के साले की गिरफ्तारी की खबर आते ही अपने पोते की जान को खतरा बताते हुए पुलिस-प्रशासन से उसकी लोकेशन पता लगाने और जल्द से जल्द उसकी कस्टडी दिलाने की मांग की है.

बाबा का छलका दर्द

बाबा ने कहा, हमें नहीं पता कि उसने हमारे पोते को कहां रखा है? क्या उसे मार दिया गया है या वह जीवित है? हम उसके बारे में कुछ नहीं जानते. मैं बस इतना चाहता हूं कि मेरा पोता हमारे साथ रहे.'

बेंगलुरु में एआई इंजीनियर रहे अतुल सुभाष (Atul Subhash) के सुसाइड केस में बेंगलुरू पुलिस ने निकिता सिंघानिया (Nikita Singhani) को गुरुग्राम के सेक्टर 57 स्थित ब्लॉसम स्टेज पीजी से अरेस्ट किया. बेंगलुरु पुलिस ने केस की जानकारी रविवार को गुरुग्राम पुलिस से साझा की. निकिता सिंघानिया एक्सेंचर इंडिया कंपनी में बतौर सीनियर एआई इंजीनियरिंग कंसल्टेंट के पद पर नौकरी करती है. एक्सेंचर, आईटी कंसल्टिंग, टेक्नोलॉजी सर्विसेज और बिजनेस ऑपरेशंस में विशेषज्ञता रखती है.

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अतुल सुभाष सुसाइड केस 

गौरतलब है कि समस्तीपुर जिला निवासी सुभाष (34) का शव 9 दिसंबर को दक्षिण-पूर्व बेंगलुरु के मुन्नेकोलालु में उसके घर पर फंदे से लटका मिला था. सुभाष ने मरने से पहले बनाए वीडियो और सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि उससे अलग रह रही पत्नी और ससुरालियों ने आधा दर्जन से ज्यादा ‘झूठे’ मुकदमों में फंसाते हुए उसका ‘लगातार उत्पीड़न किया’ और आखिरकार उसे सुसाइड करने के लिए मजबूर कर दिया.

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सुभाष के पिता पवन कुमार ने कर्नाटक पुलिस का आभार जताते हुए कहा, ‘मैं बेंगलुरू की पुलिस को सुभाष की अलग रह रही पत्नी, उसकी मां और भाई को गिरफ्तार करने के लिए वहां की पुलिस को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं. दो अन्य गिरफ्तारियां लंबित हैं. मुझे उम्मीद है कि उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. अतुल को परेशान करने वाले सभी लोगों को दंडित किया जाना चाहिए ताकि उसे इंसाफ मिले और उसकी आत्मा को शांति मिले. जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, मैं अपने बेटे की अस्थियों का विसर्जन नहीं करूंगा.’

पीएम मोदी से अपील

अतुल के पिता पवन कुमार मोदी ने कहा, ‘मेरे बेटे को पैसे के लिए लगातार परेशान किया जा रहा था. उसकी पत्नी उसे लगातार अपमानित कर रही थी. मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी संबंधित पक्षों से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि आप सब मिलकर कृपया हमें न्याय दिलाएं. ताकि मेरे बेटे की आत्मा को शांति मिल सके.’

मांगी पोते की कस्टडी

पुलिस ने रविवार को बताया कि अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से तथा निकिता की मां निशा सिंघानिया और उसके भाई अनुराग सिंघानिया को यूपी के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया.

न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए अतुल सुभाष के पिता ने कहा, 'जज के खिलाफ भी एक्शन होना चाहिए. मुझे न्याय नहीं मिला है. मेरे पोते के नाम पर मेरे खिलाफ एक नया मुकदमा लिखवाया गया. हम पीएम मोदी, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, बिहार सीएम नीतीश कुमार और अन्य नेताओं से मदद मांगते हैं कि कृपया ये सुनिश्चित करांए कि मेरा पोता, मेरे पास आ जाए. मेरा बेटा चला गया, एक दादा के लिए मूल से ज्यादा सूद प्यारा होता है. पोता बेटे से ज्यादा मायने रखता है. वो मेरा वंश आगे बढ़ाएगा. मुझे उसकी चिंता है.'

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उन्होंने कहा, ‘मेरा बेटा अंदर से टूट चुका था. उसने किसी को इस बारे में नहीं बताया. उसके ‘सुसाइड नोट’ में भी लिखा था कि उसके बच्चे के संरक्षण की जिम्मेदारी हमें दी जानी चाहिए.’

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