Maruti Fronx का सीधा असर सब-4 मीटर SUV सेगमेंट पर तो होगा ही, साथ ही माइक्रो SUV सेगमेंट भी इससे प्रभावित होने वाला है. हालांकि, इसमें कई फीचर्स की कमी महसूस होती है.
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Nexon Vs Fronx Features: मारुति सुज़ुकी ने कुछ समय पहले ही भारतीय बाजार में अपनी फ्रोंक्स नाम की नई क्रॉसओवर कार लॉन्च की है. यह कार 7.46 लाख रुपये की शुरुआती कीमत पर बाजार में उपलब्ध है. इसका सीधा असर सब-4 मीटर SUV सेगमेंट पर तो होगा ही, साथ ही माइक्रो SUV सेगमेंट भी इससे प्रभावित होने वाला है. हालांकि, इसमें कई फीचर्स की कमी महसूस होती है. खासतौर पर टाटा नेक्सन के साथ इसकी तुलना करने पर यह कार कुछ फीचर्स कम लगती है. चलिए, हम आपको 5 ऐसे फीचर्स के बारे में बताते हैं.
मल्टी-ड्राइव मोड
टाटा नेक्सन में 3 ड्राइव मोड - ईको, सिटी और स्पोर्ट उपलब्ध हैं, जिससे लोगों का ड्राइविंग अनुभव बेहतर होता है. उसके बराबर, फ्रोंक्स में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वेरिएंट में सिर्फ एक ड्राइव मोड होता है.
वेंटिलेटेड सीटें
कारों में वेंटिलेटेड सीट का फीचर आजकल काफी लोकप्रिय हो रहे हैं. फ्रोंक्स में फ्रंट सीट वेंटिलेशन और लेदरेट अपहोल्स्ट्री, दोनों ही नहीं दिए जाते हैं, जबकि टाटा नेक्सन के उच्च स्तर के वेरिएंट में लेदरेट सीटें होती हैं. इसके अलावा, नेक्सन के काजीरंगा एडिशन में वेंटिलेटेड सीटें भी होती हैं.
टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम
टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) सेफ्टी फीचर के रूप में एक बहुत ही महत्वपूर्ण फीचर है. यह फीचर टायर के प्रेशर को निरंतर मॉनिटर करता है और अगर टायर के प्रेशर में कोई भी अंतर होता है तो ड्राइवर को इसकी सूचना देता है. टाटा नेक्सन में भी यह फीचर उपलब्ध है जो ड्राइवर के लिए सुरक्षित ड्राइविंग अनुभव बनाता है. हालांकि फ्रोंक्स में नहीं मिलता.
ऑटोमेटिक वाइपर
एक और महत्वपूर्ण फीचर जो फ्रोंक्स में उपलब्ध नहीं है वह है ऑटोमेटिक वाइपर. नेक्सन में यह फीचर उपलब्ध है जो ड्राइवर के लिए बहुत ही उपयोगी होता है. यह बारिश होने की स्थिति में खुद ही वाइपर्स को ऑन कर देता है.
सनरूफ
सनरूफ एक ऐसा फीचर है, जिसकी डिमांड सभी ग्राहक कर रहे हैं. टाटा नेक्सॉन में इलेक्ट्रिक सनरूफ का फीचर XMS वेरिएंट से ही मिलने लग जाता है. हालांकि Fronx के टॉप वेरिएंट में भी सनरूफ नहीं दी गई है.