Navrati 2023: माता रानी का ऐसा ही प्रसिद्ध मंदिर है मध्य प्रदेश के देवास में. जहां मां दुर्गा दो बहनों मां तुलजा और मां भवानी के रूप में विराजमान हैं. मान्यता है कि माता रानी को सिर्फ पान का बीड़ा अर्पित करने से ही आपकी सभी मनोकामना पूरी होती हैं.
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Mata Chamunda and Mata Tulja Bhawani Temple: चैत्र नवरात्रि की शुरूआत हो चुकी है और पूरे 9 दिनों तक भक्त माता की भक्ति में नजर आएंगे. इन नौ दिनों में माता के अलग-अलग रूपों का पूजन किया जाएगा. माता रानी का एक ऐसा ही प्रसिद्ध मंदिर है मध्य प्रदेश के देवास में, जहां मां दुर्गा दो बहनों मां तुलजा और मां भवानी के रूप में विराजमान हैं जिसकी वजह से इस जगह का नाम देवास पड़ा, इतना ही नहीं यहां मान्यता है कि माता रानी को सिर्फ पान का बीड़ा अर्पित करने से ही आपकी सभी मनोकामना पूरी होती हैं. तो चलिए इसी कड़ी में माता रानी के इस प्रसिद्ध स्थल के बारे में जानेंगे.
बारी-बारी से होती है दोनों बहनों का पूजन
देवास में स्थित 2 देवियों के मंदिर देवास में बड़ी माता तुलजा भवानी मंदिर में सुबह 6:00 बजे माता की आरती की जाती है. वहीं सुबह 6:15 बजे माता चामुंडा की आरती की जाती है. उसके बाद दिन भर भक्तों का तांता लगा रहता है. यहां माता के भक्त दर्शन के लिए नवरात्रि के 9 दिनों तक पहुंचते हैं. आपको बता दें कि मंदिर में 9 दिन तक 24 घंटे यहां पर माता के कपाट खुले रहेंगे. उसी के साथ शाम को 6:00 बजे माता चामुंडा की आरती होती है, तो 6:15 बजे बड़ी माता तुलजा भवानी की आरती की जाती है. यह क्रम वर्षों से चला आ रहा है.
अनोखी है यहां की परंपरा
माता रानी के मंदिर की अनोखी परंपरा है जिसमें की एक यहां भक्त अपनी मनोकामना को पूरा करने के लिए उल्टा साथिया ( स्वास्तिक ) बनाते हैं और दूसरी यह कि यहां माता को पान का बीड़ा अर्पित किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से माता आपकी मनोकामना को जल्द पूरा करती हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)