500 धनकुबेरों पर भारी अमेरिका-चीन में जारी ट्रेड वॉर, गंवाई करीब 283 खरब रुपए की संपत्ति
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500 धनकुबेरों पर भारी अमेरिका-चीन में जारी ट्रेड वॉर, गंवाई करीब 283 खरब रुपए की संपत्ति

एसएंडपी 500 सूचकांक 6.93 अंकों यानी 0.26 फीसदी की कमजोरी के साथ 2,636.76 पर रहा.

फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को कैंब्रिज एनालिटिका का खामियाजा भुगतना पड़ा. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: अमेरिका-चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर और कैंब्रिज एनालिटिका की वजह से शेयर बाजार में आई गिरावट से दुनिया के धनकुबेरों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के टॉप 200 अमीरों की संपत्ति इस हफ्ते करीब 181 अरब डॉलर घट गई, जो कि भारतीय मुद्रा में लगभग 11767 अरब रुपए है. इन अमीरों के समूह की संपत्ति में इस साल 26 जनवरी के बाद से करीब 436 अरब डॉलर (करीब 28,345 अरब रुपए) की कमी हुई है. बीते 23 मार्च को दोपहर के कारोबार में डॉव जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 2.31 अंकों यानी 001 फीसदी की कमजोरी के साथ 23,955.58 पर रहा.

  1. जुकरबर्ग की संपत्ति में 10.3 अरब डॉलर की कटौती हुई है.
  2. अरबपतियों की लिस्ट में जुकरबर्ग 3 अंक नीचे फिसलकर 7वें स्थान पर आ गए.
  3. लैरी एलिसन को संपत्ति में 7 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है.

एसएंडपी 500 सूचकांक 6.93 अंकों यानी 0.26 फीसदी की कमजोरी के साथ 2,636.76 पर रहा. नैस्डैक कंपोजिट 38.85 अंकों यानी 0.54 फीसदी की कमजोरी के साथ 7,127.82 पर रहा. अमेरिकी वायदा बाजार वाल स्ट्रीट में बेंचमार्क डॉव जोंस 700 अंक लुढ़का. जापान का निक्की शेयर सूचकांक 4.5 फीसदी गिरा, जबकि चीन का संघाई कंपोजिट इंडेक्स 3.4 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ. हांगकांग सेंग इंडेक्स भी 2.5 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ.

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अमेरिका-चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर बनी वजह 
दुनिया के 500 अमीरों की संपत्ति में भारी गिरावट की एक बड़ी वजह अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर भी है. वास्तव में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के साथ एक बड़ी व्यापारिक जंग का ऐलान करते हुए चीनी वस्तुओं के आयात पर 60 अरब डॉलर का शुल्क (टैरिफ) लगाने पर जवाबी कार्रवाई करते हुए चीन ने भी अमेरिकी वस्तुओं के आयात पर तीन अरब डॉलर का शुल्क लगाने की घोषणा कर दी. तकरीबन 25 साल के इतिहास में चीन के साथ सबसे तीखी व्यापारिक तनातनी के बीच ट्रंप ने चीनी वस्तुओं के आयात पर शुल्क लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर किए. इसके साथ ही, अमेरिका ने अमेरिकी प्रौद्योगिकी में निवेश की बीजिंग की आजादी कम कर दी है.

दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच संभावित व्यापारिक जंग के कारण वित्तीय बाजार सकते में रहा. ट्रंप ने चीन को अमेरिका में हजारों नौकरियां छीनने और अरबों डॉलर का नुकसान पहुंचाने के लिए जिम्मेदार ठहराया. चीन ने इसपर पलटवार करते हुए ट्रंप के बुधवार (21 मार्च) के ऐलान को एक पक्षीय व संरक्षणवादी बताया. चीन के वाणिज्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका ने बहुत बुरी मिसाल कायम की है जबकि विदेश मंत्री ने अमेरिका से समझदारी व विवेकपूर्ण ढंग से फैसले लेने का आग्रह किया.

ट्रंप की घोषणा के बाद चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि सुअर का गोश्त, शराब और बिना जोड़ वाली स्टील पाइप सहित कुल 128 वस्तुओं के आयात शुल्क में छूट को निरस्त करने पर विचार किया जा रहा है. इसमें फलों, अखरोट, शराब और बिना जोड़ वाली स्टील पाइप पर 15 फीसदी आयात शुल्क और सुअर के गोश्त व दोबारा इस्तेमाल होने वाले अल्युमीनियम उत्पादों पर 25 फीसदी शुल्क लगाया जाएगा. बीजिंग की ओर से तीन अरब डॉलर का शुल्क जिन वस्तुओं पर लगाने की योजना बनाई गई है, वह अमेरिकी निर्यात का महज दो फीसदी है. ट्रंप ने आठ मार्च को अमेरिका में आयातित स्टील पर 25 फीसदी शुल्क तथा एल्युमिनियम पर 10 फीसदी शुल्क लगाने की अधिसूचना पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे दुनियाभर के व्यावसायिक संगठनों तथा अमेरिका के व्यापारिक सहयोगियों में असंतोष बढ़ गया.

जुकरबर्ग की संपत्ति 670 अरब रुपए कम हुई 
बाजार में आई गिरावट का सबसे ज्यादा खामियाजा फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को उठाना पड़ा है. जुकरबर्ग की संपत्ति में 10.3 अरब डॉलर (करीब 670 अरब रुपए) की कटौती हुई है. ब्लूमबर्ग द्वारा जारी अरबपतियों की लिस्ट में वे 3 अंक नीचे फिसलकर 7वें स्थान पर आ गए. कैंब्रिज एनालिटिका के जरिए करीब 5 करोड़ फेसबुक उपयोक्ताओं के डाटा को लीक करने से जुड़ी खबरों के बाद बाजार में फेसबुक के शेयर में भारी गिरावट नजर आई. एक ओर जहां लैरी एलिसन को संपत्ति में 7 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है, वहीं दूसरी ओर वॉरन बफेट, जेफ बेजॉस और लैरी पेज को कुल मिलाकर 17 अरब डॉलर का घाटा हुआ. देखा जाए तो दुनिया के 500 धनकुबेरों की कुल संपत्ति घटकर 5.2 ट्रिलियन डॉलर (करीब 3,380 खरब रुपए) रह गई है.

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