Indian Railways News: ट्रेन से चलने वाले यात्रियों की सहूलियत के मद्देनजर भारतीय रेलवे आने वाले समय में इंटरसिटी सिटी और शताब्दी एक्सप्रेस को वंदे भारत ट्रेन से रिप्लेस करने की तैयारी कर रही है. इससे सफर कम समय में तय हो सकेगा.
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IRCTC: अगर आप भी आमतौर पर ट्रेन से यात्रा करते हैं तो यह खबर आपको खुश कर देगी। इस खबर को पढ़ने के बाद आप यकीनन खुश हो जाएंगे. भारतीय रेलवे (Indian Railway) की तरफ से यात्रियों की सुविधाओं पर लगातार काम किया जा रहा है. रेलवे का मकसद यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या न होने देना और कम समय में सफर पूरा कराना है. इसके लिए रेलवे नई योजना पर काम कर रहा है. यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने 5 नई वंदे भारत ट्रेनें भी संचालित की हैं।
वंदे भारत से रिप्लेस होंगी ये ट्रेनें
रेलवे की तरफ से यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए लगातार बदलाव किए जा रहे हैं. इस बार रेलवे की प्लानिंग शताब्दी, जन शताब्दी और इंटरसिटी ट्रेनों को वंदे भारत ट्रेन से रिप्लेस करने की है. आपकी जानकारी के लिए बता दें इन ट्रेनों में प्रतिदिन लाखों यात्री सफर करते हैं. यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे इन तीनों ही ट्रेनों को सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत (Vande Bharat Train) से रिप्लेस करने की तैयारी में है.
शताब्दी, जन शताब्दी और इंटरसिटी के यात्रियों के 'वंदे भारत' ट्रेन से सफर करने पर यात्रा पहले से ज्यादा सुहानी हो जाएगी. पीएम मोदी की घोषणा के अनुरूप 75 शहरों को वंदे भारत ट्रेन से जोड़ने के लिए रेलवे तेजी से काम कर रहा है. जल्द ही वंदे भारत ट्रेन के तीसरे रूट का ऐलान होने वाला है. यह ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के रूट पर चलने की उम्मीद है. रेलवे की प्लानिंग 15 अगस्त 2023 तक 75 शहरों को वंदे भारत ट्रेन से जोड़ने की है.
नई वंदे भारत पुरानी ट्रेन से कई मामलों में एडवांस है. इसका ट्रायल लगभग पूरा हो चुका है. जल्द ही इसे कमर्शियल रूट पर दौड़ाया जाएगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने पिछले दिनों इस बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि रेलवे (Indian Railways) आने वाले समय में शताब्दी, जन शताब्दी और इंटरसिटी ट्रेन से वंदे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Train) को रिप्लेस करने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए 27 रूट का चयन हो भी चुका है.
अश्विनी वैष्णव ने यह भी बताया था कि पहले चरण में दिल्ली-लखनऊ, दिल्ली-अमृतसर और पुरी हावड़ा समेत 27 रूट पर वंदे भारत को दौड़ाया जाएगा. इसके बाद दिल्ली-भोपाल और दिल्ली-चंडीगढ़ रेलवे रूट पर चलने वाली शताब्दी ट्रेनों को भी भविष्य में बदलने की तैयारी है.