दिवाली की खरीदारी ने बढ़ाई सोने की चमक, चांदी भी 41000 के पार
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दिवाली की खरीदारी ने बढ़ाई सोने की चमक, चांदी भी 41000 के पार

राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में 99.9% शुद्धता और 99.5% शुद्धता वाले सोने का दाम 50 रुपये बढ़कर क्रमश: 30,850 और 30,700 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया.

दुकान में सोने की खरीदारी करतीं महिलाएं. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: वैश्विक बाजारों के सकारात्मक संकेतों के बीच घरेलू बाजार में त्योहारी खरीद बढ़ने से शनिवार (14 अक्टूबर) को सोना 50 रुपये बढ़कर 30,850 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया. चांदी का भाव भी 300 रुपये चढ़कर 41,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया. इसके पीछे अहम कारण सिक्का ढालने वालों और औद्योगिक इकाइयों की उठान बढ़ना है. कारोबारियों के मुताबिक डॉलर के कमजोर पड़ने से वैश्विक बाजारों में सोना के भाव चढ़े हैं.

  1. सोना 50 रुपये बढ़कर 30,850 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया. 
  2. चांदी का भाव भी 300 रुपये चढ़कर 41,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया.
  3. सोने की गिन्नी का दाम 24,700 रुपये प्रति आठ ग्राम पर स्थिर रहा.

वैश्विक न्यूयॉर्क बाजार में शुक्रवार (13 अक्टूबर) को सोना 0.79% सुधरकर 1303.30 डॉलर प्रति औंस और चांदी 1.02% बढ़कर 17.41 डॉलर प्रति औंस रहा. त्योहारी मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय आभूषण कारोबारियों की खरीद बढ़ने पर भी सोने में तेजी का रुख देखा गया. इसके साथ ही घरेलू शेयर बाजारों के सकारात्मक रुख का असर भी सर्राफा बाजार पर पड़ा है.

राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में 99.9% शुद्धता और 99.5% शुद्धता वाले सोने का दाम 50 रुपये बढ़कर क्रमश: 30,850 और 30,700 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया. शुक्रवार को इसके दाम में 30 रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी. सीमित सौदों में सोने की गिन्नी का दाम 24,700 रुपये प्रति आठ ग्राम पर स्थिर रहा.

सोने की देखादेखी चांदी हाजिर भाव भी 300 रुपये बढ़कर 41,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया. साप्ताहिक डिलीवरी चांदी भी 15 रुपये की तेजी के साथ 40,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. वहीं चांदी सिक्का का दाम प्रति सैकड़ा लिवाली 74,000 रुपये और बिकवाली 75,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर पूर्ववत रही.

दिवाली पर जीएसटी-नोटबंदी का असर, धनतेरस पर फीका रहेगा सोने का कारोबार

वहीं एक अन्य खबर में कहा गया है कि जीएसटी के कारण इस धनतेरस में आभूषण बाजार की चमक फीकी पड़ सकती है. बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, जीएसटी को लेकर दुविधा बने रहने के कारण इस धनतेरस आभूषण उद्योग की चमक पिछले साल के मुकाबले थोड़ी फीकी रह सकती है. हालांकि, कारोबारियों की ओर से ग्राहकों को लुभाने के लिए छूट और मुफ्त उपहार की पेशकश की जा रही है. इंडिया बुलियन और ज्वैलर्स एसोसिएशन के निदेशक सौरभ गाडगिल ने बताया, "बाजार की धारणा में सुधार हो रहा है, लेकिन अभी तक इसमें ज्यादा उत्साह नहीं दिखाई दे रहा है. अगर इस साल कुल कारोबार पिछले साल के बराबर या 5 प्रतिशत ऊपर रहता है तो हमें बहुत खुशी होगी."

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