CII Urges RBI: MPC की मीट‍िंग से पहले CII की RBI से मांग, ब्याज दर में बढ़ोतरी की रफ्तार घटाएं
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CII Urges RBI: MPC की मीट‍िंग से पहले CII की RBI से मांग, ब्याज दर में बढ़ोतरी की रफ्तार घटाएं

Confederation Of Indian Industry: ब्याज दर पर विचार करने के लिए केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति की समिति की बैठक दिसंबर के पहले सप्ताह में होगी. सीआईआई के विश्लेषण के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बड़ी संख्या में कंपनियों की आय और मुनाफे में कमी आई है.

CII Urges RBI: MPC की मीट‍िंग से पहले CII की RBI से मांग, ब्याज दर में बढ़ोतरी की रफ्तार घटाएं

Reserve Bank Of India: र‍िजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) की तरफ से चार बार में रेपो रेट में 1.90 प्रत‍िशत का इजाफा क‍िये जाने के बाद उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) का बयान सामने आया है. सीआईआई (CII) की तरफ से कहा गया क‍ि भारतीय उद्योग जगत बीते दिनों ब्याज दरों में हुई बढ़ोतरी के प्रतिकूल असर को महसूस कर रहा है. इसके अलावा सीआईआई ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से अनुरोध किया है कि वह ब्याज दर में बढ़ोतरी की रफ्तार घटाए.

रेपो रेट में 1.9 प्रतिशत का इजाफा
आरबीआई (RBI) ने तेजी से बढ़ती महंगाई को काबू में करने के ल‍िए चालू वित्त वर्ष में अभी तक रेपो रेट (Repo Rate) में 1.9 प्रतिशत का इजाफा क‍िया है. ब्याज दर पर विचार करने के लिए केंद्रीय बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति की समिति की बैठक दिसंबर के पहले सप्ताह में होगी. सीआईआई (CII) के विश्लेषण के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2022) में बड़ी संख्या में कंपनियों की आय और मुनाफे में कमी आई है.

मौद्रिक सख्ती की गति में कमी करने की जरूरत
ऐसी स्‍थ‍ित‍ि में सीआईआई ने तर्क दिया कि मौद्रिक सख्ती की गति में कमी करने की जरूरत है. सीआईआई के अनुसार, आंकड़े बताते हैं कि घरेलू मांग में सुधार का रुख है. हालांकि, वैश्विक सुस्ती का असर भारत की वृद्धि संभावनाओं पर भी पड़ सकता है. उद्योग निकाय ने कहा, 'वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच घरेलू वृद्धि को बनाए रखने के लिए आरबीआई को अपनी मौद्रिक सख्ती की रफ्तार को पहले के 0.5 प्रतिशत से कम करने पर विचार करना चाहिए.'

महंगाई दर 6 प्रत‍िशत नीचे आने की उम्‍मीद
आपको बता दें इस साल जनवरी से अब तक महंगाई दर का आंकड़ा आरबीआई के दो से छह प्रत‍िशत के दायरे से ऊपर चल रही है. स‍ितंबर के मुकाबले अक्‍टूबर में हल्‍की ग‍िरावट आई है. र‍िजर्व बैंक की तरफ से प‍िछले द‍िनों उम्‍मीद जताई गई क‍ि जल्‍द महंगाई दर 6 प्रत‍िशत से नीचे आ जाएगी. दूसरी तरफ अमेर‍िकी में महंगाई दर के नीचे आने और ब्‍याज दर में नरमी के बाद बाजार ने राहत महसूस की है. इसी के मद्देनजर सीआईआई की तरफ से आरबीआई से गुजार‍िश की गई है. (इनपुट भाषा से भी)

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