रूस-यूक्रेन युद्ध का असर भारत पर पड़ने लगा, जानिए सबसे पहला क्या पड़ा प्रभाव
Advertisement
trendingNow11112405

रूस-यूक्रेन युद्ध का असर भारत पर पड़ने लगा, जानिए सबसे पहला क्या पड़ा प्रभाव

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध (Russia-Ukraine War) का असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है. बता दें कि इस युद्ध के कारण भारत और यूक्रेन (India And Ukraine) के बीच कपड़ों का कारोबार भी प्रभावित (Clothing Trade Affected) हुआ है.

रूस-यूक्रेन युद्ध का असर भारत पर पड़ने लगा, जानिए सबसे पहला क्या पड़ा प्रभाव

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच चल रही लड़ाई तीसरे विश्व युद्ध (Third World War) के खतरे से पूरी दुनिया को डरा रही है. इस लड़ाई ने वैश्विक महंगाई का डर भी बढ़ा दिया है लेकिन इस विश्व युद्ध का असर केवल कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों पर ही नहीं पड़ेगा. छोटे बड़े कई कारोबार ऐसे हैं जिन्हें भविष्य की चिंता सताने लगी है. यूक्रेन और भारत (India And Ukraine) के बीच कपड़ों का कारोबार एक ऐसा ही क्षेत्र है. आने वाले समय में भारत से यूरोप के शहरों में जाने वाले कपड़ों के कारोबार (Clothing Trade) पर भी असर पड़ सकता है. 

  1. भारत पर पड़ा रूस-यूक्रेन युद्ध का असर 
  2. कपड़ों का कारोबार हुआ प्रभावित  
  3. आम आदमी हुआ परेशान

कपड़ों का कारोबार प्रभावित  

रूस और यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) का असर भारत में कपड़ों की इंडस्ट्री पर पड़ने लगा है. Apparel City यानी कपड़ों के शहर नोएडा और दिल्ली समेत भारत के कई शहरों से यूरोप में रेडीमेड कपड़ों का निर्यात (Export) होता है. लेकिन युद्ध के माहौल में निर्यात तो छोड़िए, जो ऑर्डर तैयार थे वो भी अधर में हैं. फिलहाल ये असर यूक्रेन और भारत (India) के कारोबार पर पड़ रहा है लेकिन आने वाले वक्त में भारत से पूरे यूरोप (Europe) को हो रही कपड़ों की सप्लाई चेन (Supply Chain) पर इसका प्रभाव पड़ सकता है. 

ये भी पढें: आयुष्‍मान भारत कार्ड होल्‍डर्स के ल‍िए बड़ी खबर, करा सकेंगे इतने लाख तक की सर्जरी

आम आदमी की जेब पर पड़ा जोर

रूस और यूक्रेन के बीच तनाव का असर भारतीय रुपये (Indian Rupee), कच्चे तेल (Crude Oil) और सनफ्लावर ऑयल (Sunflower Oil) पर पड़ रहा है. इसके साथ ही युद्ध का असर आम आदमी की जेब पर भी पड़ रहा है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन संकट का सीधा असर भारत की आम जनता पर भी पड़ेगा. पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel), नेचुरल गैस (Natural Gas), एडिबल ऑयल (Edible Oil) और गेहूं (Wheat) महंगा हो सकता है. यूक्रेन और भारत के बीच तकरीबन 3 बिलियन डॉलर का कारोबार होता है. 

भारत यूक्रेन से खरीदता है कई चीजें

भारत में मौजूद यूक्रेन एंबेसी (Ukraine Embassy) की वेबसाइट के मुताबिक भारत यूक्रेन से 2 बिलियन डॉलर यानी तकरीबन डेढ़ खरब का आयात (Import) करता है. भारत यूक्रेन से केमिकल्स, खाने का तेल और मशीनें खरीदता है. जबकि यूक्रेन भारत से दवाइयां, इलेक्ट्रिकल्स और कपड़े खरीदता है. यूक्रेन (Ukraine) भारत से 721 मिलियन डॉलर यानी तकरीबन 55 अरब का सामान आयात (Import) करता है. हालांकि जानकार मानते हैं कि भारत के कुल आयात-निर्यात कारोबार (Import-Export Business) में ये लेनदेन 10% से भी कम का है.  

ये भी पढें: इस शेयर को लेने वालों की हुई बल्‍ले-बल्‍ले, 1 लाख के हो गए सीधे 11 करोड़

तेल की कीमतों में बढ़त

भारत (India) में अभी कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Prices) संभली हुई हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतें 15% से ज्यादा बढ़ चुकी हैं. इसलिए ये तय है कि वैश्विक स्तर पर कारोबार को संभलने में लंबा वक्त लगेगा.  

LIVE TV

Trending news