दिवाली तक 60 हजार रुपये जा सकता है सोने का भाव, निवेश करने से पहले ध्यान रखें ये बातें
Advertisement
trendingNow1742317

दिवाली तक 60 हजार रुपये जा सकता है सोने का भाव, निवेश करने से पहले ध्यान रखें ये बातें

सोने का भाव फिलहाल ऊपरी स्तर से 10 फीसदी तक नीचे आ चुका है. हालांकि अभी भी निवेशकों का मानना है कि दिवाली के समय सोने की कीमतें 60 हजार रुपये के पार चली जाएंगी. 

फाइल फोटो

नई दिल्लीः सोने का भाव फिलहाल ऊपरी स्तर से 10 फीसदी तक नीचे आ चुका है. हालांकि अभी भी निवेशकों का मानना है कि दिवाली के समय सोने की कीमतें 60 हजार रुपये के पार चली जाएंगी. ऐसे में अगर आप फिलहाल सोने में निवेश के लिए सोच रहे हैं तो ये समय सबसे सही है. आमतौर पर गोल्ड में निवेश कई तरीकों से किया जा सकता है. आजकल सरकार भी समय-समय पर गोल्ड में निवेश के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम लेकर के आती है. हम आपको गोल्ड निवेश से पहले कई तरह की जानकारी दे रहे हैं, जो आपके काम आएंगी.

यह हैं सोने में निवेश के लिए विकल्प
आमतौर पर सोने में निवेश के लिए निवेशकों के पास कई सारे विकल्प मौजूद हैं, जिनमें पेपर गोल्ड, गोल्ड ETF, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड म्यूचुअल फंड और डिजिटल गोल्ड को कोरोनाकाल में बेहतर विकल्प माना जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इन विकल्पों में निवेश करके आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है. वहीं सोना भी शुद्ध होता है और इसको सुरक्षित रखने की भी चिंता नहीं होती है.

बनाएं इसको असेट
आप सोने की ज्वैलरी खरीदने के बजाए इसको एक वित्तीय असेट के तौर पर खरीद सकते हैं. गहने खरीदने से उनका रखरखाव भी बहुत संभाल कर करना होता है. साथ ही इसमें यह भी पता नहीं होता है कि कितनी शुद्धता है. साथ ही गोल्ड क्वाइन या ज्वैलरी खरीदने पर इनकी सुरक्षा भी करनी होती है. ऐसे में डिजिटल गोल्ड खरीदना काफी मायनों में सही रहता है.

यह भी पढ़ेंः अब जिम, योगा के लिए डिस्काउंट देंगी बीमा कंपनियां, IRDAI की नई गाइडलाइंस में हैं ढेरों फायदे

खरीद सकते हैं गोल्ड म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड के बारे में ज्यादातर लोगों ने सुन रखा है. अब बाजार में गोल्ड म्यूचुअल फंड भी आ गए हैं. इसमें निवेशकों का पैसा सोने में लगाया जाता है. इसमें भी फंड मैनेजर निवेशकों की रकम का ध्यान रखते हैं. बाजार के हालात का फंड के रिटर्न पर पड़ता है असर. निवेशक को जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर निवेश करना चाहिए.

निवेश पर लगता है कैपिटल गेन टैक्स
अगर आप गोल्ड को खरीदकर उसको तीन साल से कम समय में बेच देते हैं तो फिर इस पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा. ये आपकी कुल आय पर लगाया जाएगा. वहीं तीन साल बाद गोल्ड को बेचने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा. आपको LTCG 20%+ सरचार्ज देना होगा. 4 फीसदी सेस इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ संभव है. फिजिकल गोल्ड पर GST लगता है.

ये भी देखें-

Trending news