7 महीने बाद देश की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी LIC, यहां जानिए इसकी वजह
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7 महीने बाद देश की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी LIC, यहां जानिए इसकी वजह

केंद्र सरकार के इस कदम से रिकॉर्ड  90,000 करोड़ रुपए की कमाई होने की उम्मीद है.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनोमी बनाने के लिए केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार ने अपनी कमाई बढ़ाने के लिए देश के दो बड़े सरकारी संस्थाओं में हिस्सेदारी बेचने का फैसला कर लिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट (Budget 2020) पेश करने के दौरान भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) और आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) की हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया है. केंद्र सरकार के इस कदम से रिकॉर्ड  90,000 करोड़ रुपए की कमाई होने की उम्मीद है. इस कदम के बाद ही एलआईसी देश की सबसे बड़ी कंपनी बन सकती है.

दशक का सबसे बड़ा IPO होगा
विशेषज्ञों का अनुमान है कि एलआईसी का वैल्यूएशन लगभग 10 लाख करोड़ है. सरकार सिर्फ 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर भी लगभग 50,000 करोड़ रुपए कमा सकती है. जानकारों का कहना है कि एलआईसी इस दशक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. एसेट अंडर मैनेजमेंट के लिहाज से एलआईसी देश की सबसे बड़ी कंपनी है और इस हिसाब से लिस्टिंग के दिन यह एमकैप के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी बन सकती है. फिलहाल एलआईसी 30 लाख करोड़ रुपये की कंपनी है. सबसे बड़ी बात यह है कि आईपीओ आने के बाद एलआईसी 8-10 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण (एमकैप) के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) को पछाड़ते हुए देश की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी बन सकती है. 

हमारे सहयोगी ज़ीबिज के अनुसार इस साल सरकार ने  विनिवेश से 2.10 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. सरकार की मंशा एलआईसी और आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी बिक्री से 90,000 करोड़ रुपये जुटाने का है. केंद्र सरकार इन दोनों ही कंपनियों की हिस्सेदारी बेचने का फैसला कर चुकी है. दूसरी छमाही में ही जीवन बीमा निगम का आईपीओ बाजार में आएगा.

बताते चलें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को 2020-21 का बजट पेश करते हुए घोषणा की कि अगले वित्त वर्ष में एलआईसी का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (LIC's IPO) लाया जाएगा. साथ ही वित्त मंत्री ने आईडीबीआई बैंक की धीरे-धीरे हिस्सेदारी बेचने का भी ऐलान किया है. 

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