Small Savings Schemes Interest Rate: सरकार ने 31 मार्च को PPF, सुकन्या समृद्धि जैसी सभी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें घटाने का ऐलान किया था, और आज इस फैसले को वापस ले लिया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार के इस फैसले की जानकारी खुद अपने Twitter अकाउंट से दी है.
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नई दिल्ली: Small Savings Schemes Interest Rate: सरकार ने 31 मार्च को PPF, सुकन्या समृद्धि जैसी सभी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें घटाने का ऐलान किया था, और आज इस फैसले को वापस ले लिया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार के इस फैसले की जानकारी खुद अपने Twitter अकाउंट से दी है. वित्त मंत्री ने लिखा है कि भारत सरकार की छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज उसी दर पर मिलता रहेगा जो 2020-21 की आखिरी तिमाही में मिल रहा था. यानी मार्च 2021 तक जो ब्याज मिल रहा था, वही ब्याज आगे भी मिलता रहेगा. कल जारी हुआ आदेश वापस लिया जाता है.
Interest rates of small savings schemes of GoI shall continue to be at the rates which existed in the last quarter of 2020-2021, ie, rates that prevailed as of March 2021.
Orders issued by oversight shall be withdrawn. @FinMinIndia @PIB_India— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 1, 2021
आपको बता दें कि छोटी बचत योजनाओं (Small Saving Shemes) को सरकार हर तिमाही नोटिफाई करती है. बुधवार सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही यानी 1 अप्रैल से लेकर 30 जून, 2021 तक मिलने वाली ब्याज दरों को रिवाइज किया था. सरकार ने बुधवार को पांच वर्षीय सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरें भी 0.9 परसेंट घटाकर 6.5 परसेंट कर दी थी. हालांकि अब पुरानी ब्याज दर ही लागू रहेगी.
पहली बार सेविंग्स डिपॉजिट की ब्याज दरें 0.5 परसेंट घटाकर 3.5 परसेंट सालाना कर दी गईं, पहले ये 4 परसेंट सालाना की दर पर मिलती थी, अब इसी दर पर मिलती रहेगी. बुधवार को बालिकाओं के लिये बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना (SSY Interest Rate) खाते पर ब्याज 2021-22 की पहली तिमाही के लिये 0.7 प्रतिशत घटाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया था.
किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra Interest Rate) पर सालाना ब्याज दर 0.7 प्रतिशत कम कर 6.2 प्रतिशत कर दी गई थी. अब इस पर पहले की तरह ही 6.9 प्रतिशत ब्याज मिलता रहेगा, वित्त मंत्रालय ने 2016 में ब्याज दर तिमाही आधार पर तय किये जाने की घोषणा करते हुए कहा था कि लघु बचत योजनाओं पर ब्याज सरकारी बांड के प्रतिफल से जुड़ी होंगी.